For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २६ में प्रयुक्त काफियों का संकलन

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक २६ में प्रयुक्त काफियों का संकलन श्री तिलक राज कपूर जी के द्वारा किया गया है, उम्मीद है कि सदस्यों को ग़ज़ल विधा को और भी नजदीक से समझने का मौका मिलेगा ....

Views: 2802

Reply to This

Replies to This Discussion

हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

तिलक राज जी आपका यह प्रयोग बहुत सार्थक और लाभप्रद रहेगा मेरा भी यही मानना है आपका यह परिश्रमपूर्ण कार्य  कुछ सीखने का सबब बने इससे अच्छी और बात क्या होगी हार्दिक आभार 

हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

गज़ब की पेशकश है आदरणीय कपूर साहिब, इस महती कार्य हेतु ओबीओ गजल गुरु को मेरी हार्दिक बधाई.

हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

आदरणीय तिलकराज भाईसाहब, आपने जो कुछ किया है वह भगीरथ-प्रक्रम की श्रेणी का प्रयास है. इस महती कार्य के विभिन्न आयाम हर शायर द्वारा अपने-अपने हिसाब से देखे जायेंगे. किन्तु, इतना तय है कि आपकी अबतक की मांग का सही अर्थ आपने स्वयं बताया है.

आपके इस अद्भुत प्रयास की क्रमबद्ध प्रतीक्षा रहेगी, आदरणीय.

सादर

हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

इसका मूल कार्य तो योगराज जी ने कर ही दिया था, बाकि आप सब के प्रेम ने करा दिया! यह पहली बार किया इसलिए कुछ प्रयास लगा अगली बार से प्रयास कम लगेगा ऐसी संभावना है !

करत-करत .. वाला दोहा नहीं पढूँगा, आदरणीय. ...  :-))))

जी, यह सत्य है कि अगली दफ़े मेहनत कम करनी होगी और काम हो जायेगा.

वाह !!!!! बेमिसाल , गजब की मेहनत..........

आदरणीय आभार प्रकट करता हूँ.

हृदय से आभारी हूँ कि यह प्रयास आपको सार्थक लगा!

इसका मूल कार्य तो योगराज जी ने कर ही दिया था, बाकि आप सब के प्रेम ने करा दिया! 

यह पहली बार किया इसलिए कुछ प्रयास लगा अगली बार से प्रयास कम लगेगा ऐसी संभावना है !

यह बहुत अच्छा प्रयास है जो हमें पसंद आया है। ग़ज़ल विधा को समझ कर लिखना बहुत जरूरी है। इस लिये तरही मुशायरों का आयोजन अतिआवशेयक हो जाता है।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Rachna Bhatia replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"आदरणीया ऋचा जी तरही मिसरे पर आपने ख़ूब ग़ज़ल कहीं। हार्दिक बधाई। अमित जी की टिप्पणी के अनुसार बदलाव…"
2 hours ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"आदरणीय अमीर जी, मेरा आशय है कि लिख रहा हूँ एक भाषा में और नियम लागू हों दूसरी भाषा के, तो कुछ…"
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"... और अमित जी ने जो बिंदु उठाया है वह अलिफ़ वस्ल के ग़लत इस्तेमाल का है, इसमें…"
3 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
".हम भटकते रहे हैं वहशत में और अपने ही दिल की वुसअत में. . याद फिर उस को छू के लौटी है वो जो शामिल…"
3 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"आ. संजय जी,/शाम को पुन: उपस्थित होऊंगा.. फिलहाल ख़त इस ग़ज़ल का काफ़िया नहीं बनेगा ... ते और तोय का…"
4 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"//चूँकि देवनागरी में लिखता हूँ, इसलिए नस्तालीक़ के नियमों की पाबंदी नहीं हो पाती है। उर्दू भाषा और…"
4 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई मुसाफ़िर जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और सुख़न नवाज़ी का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
6 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"आ. भाई अमीरुद्दीन जी, सादर अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। गिरह भी अच्छी लगी है। हार्दिक बधाई।"
6 hours ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"आदरणीया ऋचा जी, अच्छी ग़ज़ल हुई। बधाई स्वीकार करें।  6 सुझाव.... "तू मुझे दोस्त कहता है…"
6 hours ago
Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"आदरणीय संजय जी, //अगर जान जाने का डर बना रहे तो क्या ख़ाक़ बग़वत होगी? इस लिए, अब जब कि जान जाना…"
7 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"आदरणीय संजय शुक्ला जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और ज़र्रा नवाज़ी का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
9 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-174
"//'इश्क़ ऐन से लिखा जाता है तो  इसके साथ अलिफ़ वस्ल ग़लत है।//....सहमत।"
9 hours ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service