For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

भ्रष्टाचार.....नेमीचन्द पूनिया "चन्दन"

भ्रष्टाचार-
हाकिम से लेकर अर्दली तक नौेकर से लेेेकर व्यौपारी तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में।मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

गाय से लेकर हाथी तक।कुते चूहे से लेकर बिल्ली तक।।
पेशोपेश में हैं पशु-पक्षी।बाज से लेकर तित्ल्ली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
  
सेठ से लेकर कुली तक।कोठी से लेकर खोली तक।।
खदानो वनों के दोहन से ले निर्माण बांध नदी पुल गटर नाली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

बाल-विवाह और फागुन में गाते अश्लील गीत औ गाली तक।।
बुडडे भी शादी कर ले आते दुल्हन नई नवेली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

तिल से लेकर राई तक।गायब दूध से मलाई तक।।
खानपान हुआ बेमजा दहीबडे से लेकर रसमलाई तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

बोतल से लेकर थैली तक  डण्डे से दुनाली तक।।
परेशां गुरूओं के करते चेलो से लेकर चेली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक ।।

माली से लेकर कसाई तक।चल रहे नोट भी जाली तक।।
मंदिर-मस्जिद में पुजारी से लेकर सवाली तक ।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

मणिहारी से लेकर सुनारी तक।सुथारी से लेकर लुहारी तक।।
दर्जी से लेकर नाई तक।पिंजारों से लेकर चूडियों की बनवाई तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

हवालात से जैल तक हवाई बस से लेकर रेल तक।।
डिजल पेट्रोल केरोसीन अछूता रहा न खेल तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।


स्कूलों कालेज की पढाई ले अस्पताल से लेकर दवाई तक।।
नीम हकीमों से लेकर तांत्रिको की ईल्माई तक।।
कन्या भू्रण हत्याओं से लेकर मानव अंगो की बिकवाली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

ड्राईक्लिनर से लेकर जीनगरी और।कुम्हार से लेकर कलाली तक।।
कलाकारों की कलाकारी से लेकर जादूगरों की जादूगरी तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

पानी बिजली के बिल से लेकर टेलिफोन मोबाईल तक।।
रसोईगैसं कोयला लकडी से लेकर आॅटोमोबाईल तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

मिलों में रंगाईछपाई के कारखानो से लेकर खेतों की बुवाई तक।।
ठेकेदारों के ठेको से लेकर राशन की सप्लाई तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश मे मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

दलालों की दलाली से लेकर कोर्ट की बहाली तक।।
चाहे जितना जोर लगाओ एडी से लेकर चोटी तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक ।।

चाहे जितना कसकर बांधो धोती औ लंगोटी तक।।
पैसो के आगे ढिली पड जाती हैं कानून कायदो की पोथी तक।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

गाॅव शहरों की गलियों से लेकर राष्ट्रीय मार्ग बनवाई तक।।
हर एक देश वासी जिम्मेदार बढती गरीबी बेकारी महंगाई तक  ।       
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

नगरपरिषद नगरनिगम से लेकर नगरविकास न्यास प्राधिकरण परिधि तक।।
देश का हर नागरिक बेबस और लाचार जन्म-मरण कार्य विधि तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक ।।

ए.सी.डी. से लेकर सी.वी.सी. अधिकारी तक।।
दाल में काला तो क्या हैं पूरी दाल ही काली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।

नरेगा से लेकर बी.पी.एल.परिवारों की सूची तक।। इंटरनेट से लेकर टी0वी0 तक।।
शरीके-जुर्म मैं तो क्या शामिल सबकी अपनी अपनी पत्नि तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक ।।

आॅडियो विडियो से ले गद्य-पद्य के लेखों किताबों की कर लेते हैं काॅपी तक। 

भ्रष्टाचार वट-वृक्ष बना जडे गई गहराई तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।े

चंदन के गीतो दोहो छंदों ंसे लेकर गजलों कव्वाली तक।।
साहित्यकारों लेखको को चैन नहीं मिलेगा देश की खुशहाली तक।।
भ्रष्टाचार फैला देश में मेरे गाॅव से दिल्ली तक।।
 
नेमीचन्द पूनिया चन्दन पाली मारवाड राजस्थान   

Views: 416

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on April 4, 2011 at 7:53pm
पुनिया जी सही चित्रण किया है आपने , शब्दों की सुंदर कारीगरी हेउ बहुत बहुत बधाई |
Comment by Saahil on March 31, 2011 at 12:02am
देश की स्तिथि का बहुत अच्छा वर्णन किया है आपने!

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Shyam Narain Verma commented on Sushil Sarna's blog post शर्मिन्दगी - लघु कथा
"नमस्ते जी, बहुत ही सुन्दर और ज्ञान वर्धक लघुकथा, हार्दिक बधाई l सादर"
5 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted blog posts
16 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted blog posts
16 hours ago
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"हार्दिक धन्यवाद आदरणीय मनन कुमार सिंह जी। बोलचाल में दोनों चलते हैं: खिलवाना, खिलाना/खेलाना।…"
yesterday
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"आपका आभार उस्मानी जी। तू सब  के बदले  तुम सब  होना चाहिए।शेष ठीक है। पंच की उक्ति…"
yesterday
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"रचना भावपूर्ण है,पर पात्राधिक्य से कथ्य बोझिल हुआ लगता है।कसावट और बारीक बनावट वांछित है। भाषा…"
yesterday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"आदरणीय शेख उस्मानी साहिब जी प्रयास पर  आपकी  अमूल्य प्रतिक्रिया ने उसे समृद्ध किया ।…"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"आदाब। इस बहुत ही दिलचस्प और गंभीर भी रचना पर हार्दिक बधाई आदरणीय मनन कुमार सिंह साहिब।  ऐसे…"
yesterday
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"जेठांश "क्या?" "नहीं समझा?" "नहीं तो।" "तो सुन।तू छोटा है,मैं…"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"हार्दिक स्वागत आदरणीय सुशील सरना साहिब। बढ़िया विषय और कथानक बढ़िया कथ्य लिए। हार्दिक बधाई। अंतिम…"
yesterday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"माँ ...... "पापा"। "हाँ बेटे, राहुल "। "पापा, कोर्ट का टाईम हो रहा है ।…"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-118
"वादी और वादियॉं (लघुकथा) : आज फ़िर देशवासी अपने बापू जी को भिन्न-भिन्न आयोजनों में याद कर रहे थे।…"
Thursday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service