आदरणीय लघुकथा प्रेमियो,
Tags:
Replies are closed for this discussion.
आभार ,आदरणीया नीता जी
आदरणीया प्रतिभा जी,
संस्कारों का क्षरण एक झटके से नहीं होता है. परिस्थितियों को आधार बना कर उन्हे मजबूरी का नाम दिया जाता है. आज भी संस्कारों को बदलने का काम इसी आधार पर किया जा रहा है.
सादर.
रचना को मान देने के लिए आपका हार्दिक आभार आदरणीय शुभ्रांशु पाण्डेय जी
गुरुवर का सपना आधुनिकरण और महत्वाकांक्षा की भेंट चढ़ गया किसे परवाह है किसी के सपने की सब अपने स्वार्थ की सोचते हैं यदि ऐसा न होता तो क्या आज इस तरह गाँव जंगल कंक्रीट में तब्दील हो पाते प्रतीकों के माध्यम से शानदार कटाक्ष किया है आज की सोच पर बहुत- बहुत बधाई प्रिय प्रतिभा जी. .
आपके द्वारा रचना पर अनुमोदन मिलना मेरे उत्साह को दुगुना करता है , आपका हार्दिक आभार आदरणीया राजेश कुमारी जी
आ. प्रतिभा पांडे जी प्रतिको के माध्यम से इस सार्थक और सुंदर रचना के लिए हार्दिक बधाई
हार्दिक आभार आदरणीया नयना जी
बेहद गूढ़ भाव में भव्य राजप्रसाद में राजनीति की चौखट पर प्रजा हित की काट-छांट कर समाजवादिता के चित्र का विलोपन करना आपके द्वारा ये चित्रण बेहद भाया है मुझे आदरणीय प्रतिभा जी . विलक्षणता के साथ पाठकों को चमत्कृत करती हुई प्रभाव में लिखती है आप . ह्रदय से बधाई प्रेषित है आपको .
रचना के मर्म का अनुमोदन कर उत्साहवर्धन करने के लिए आपका तहे दिल से आभार आदरणीया कांता जी
मोहतरमा प्रतिभा साहिबा ,कल और आज के हुक्मरानों की सोच पर आधारित बेहतर लघु कथा के लिए ... मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएं
आपका हार्दिक आभार आदरणीय तस्दीक जी
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2024 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |