For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

खुशियाँ और गम, ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के संग...

ओपन बुक्स ऑनलाइन के सभी सदस्यों को प्रणाम, बहुत दिनों से मेरे मन मे एक विचार आ रहा था कि एक ऐसा फोरम भी होना चाहिये जिसमे हम लोग अपने सदस्यों की ख़ुशी और गम को नजदीक से महसूस कर सके, इसी बात को ध्यान मे रखकर यह फोरम प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमे सदस्य गण एक दूसरे के सुख और दुःख की बातो को यहाँ लिख सकते है और एक दूसरे के सुख दुःख मे शामिल हो सकते है |

धन्यवाद सहित
आप सब का अपना
ADMIN
OBO

Views: 74234

Reply to This

Replies to This Discussion

dhanyavaad admin ji
Dushyant ji, namaskaar.

Nayee job ke liye aapko hardik badhayee. Hamari shubhkamna hai aap jeevan ke har kshetra mein nayee oochayeeyo ko par kare.
bahut bahut badhai ho dushyant jee.......ishwar se prarthana hai ki wo aapke upar isi tarah khusiyon ki barsaat karte rahen................
अभी अभी पता चला है कि आज आदरणीय बब्बन पाण्डेय जी कि शादी की सालगिरह है , ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के तरफ से मैं श्री / श्रीमती पाण्डेय को दीर्घ ,सफल वैवाहिक जीवन की कामना करता हू, बहुत बहुत बधाई बब्बन पाण्डेय जी,
shaadi ki saalgirah bahut bahut mubarak ho baban bhaiya.......

Baban Pandey ji ki shadi ke saalgirah par dhero badhayee.
मित्रों आज OBO के प्रधान संपादक आदरणीय श्री योगराज प्रभाकर जी की शादी की सालगिरह है.

मै उन्हें दिल से मुबारक बाद देता हूँ.

"बना रहे यह जोड़ा तब तक जब तक सूरज चाँद
अधरों पर मुसकान विराजे कभी ना होवे मांद
यह परिवार हुआ उनके ही आने से आबाद
बना रहे अब हम जैसों पर उनका आशीर्वाद"

योगी सर आपको एक बार फिर से शादी की सालगिरह की कोटिशः बधाइयाँ.
राणा भाई, इस काव्यात्मक बधाई के लिए बहुत बहुत धन्यवाद !
सत्य होता है हर सपना जहाँ आकर,
कल्पना लेती है आकार जिन्हे छूकर,

बंद दरवाजे खुल जाते है जहाँ जाकर,
दुश्मन भी आते है उनसे हारकर ,

हम भी गर्वान्वित है जिन्हे पाकर ,
वो है OBO संपादक योगराज प्रभाकर ,

पर उनकी भी है एक कमजोरी भयंकर ,
बन्ध जाती घिघी जब सामने हो मिसेज प्रभाकर,
ImageChef Sketchpad - ImageChef.com
OBO के प्रधान संपादक के १७ जुलाई १९८१ से लेकर अब तक के सफल वैवाहिक जीवन के लिये आज उनके २९ वें शादी की सालगिरह पर मेरे और पूरे ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार के तरफ से कोटिश: बधाई और ईश्वर से आपकी लम्बी वैवाहिक जीवन के लिये हम सब प्रार्थना करते है|
अमर रहे आप दोनों का प्यार ,
ये दिन आता हैं जीवन में हर साल ,
रवि गुरु आप दोनों को देता बधाई ,
हर दम आता रहे अच्छा अच्छा ख्याल ,
आपकी छत्र छाया में हम तो चले ,
यु ही तो मिलता रहे आपका प्यार ,
भैया योगराज प्रभाकर आपके साथ भाभी जी को भी आज के दिन मुबारक हो ,

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय सौरभ भाई , दिल  से से कही ग़ज़ल को आपने उतनी ही गहराई से समझ कर और अपना कर मेरी मेनहत सफल…"
3 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल -मुझे दूसरी का पता नहीं ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय सौरभ भाई , गज़ाल पर उपस्थित हो उत्साह वर्धन करने के लिए आपका ह्रदय से आभार | दो शेरों का आपको…"
3 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"इस प्रस्तुति के अश’आर हमने बार-बार देखे और पढ़े. जो वाकई इस वक्त सोच के करीब लगे उन्हें रख रह…"
6 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल -मुझे दूसरी का पता नहीं ( गिरिराज भंडारी )
"आदरणीय गिरिराज भाईजी, बहरे कामिल पर कोई कोशिश कठिन होती है. आपने जो कोशिश की है वह वस्तुतः श्लाघनीय…"
7 hours ago
Aazi Tamaam replied to Ajay Tiwari's discussion मिर्ज़ा ग़ालिब द्वारा इस्तेमाल की गईं बह्रें और उनके उदहारण in the group ग़ज़ल की कक्षा
"बेहद खूबसूरत जानकारी साझा करने के लिए तहे दिल से शुक्रिया आदरणीय ग़ालिब साहब का लेखन मुझे बहुत पसंद…"
19 hours ago
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-177

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
22 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post पूनम की रात (दोहा गज़ल )
"धरा चाँद गल मिल रहे, करते मन की बात।   ........   धरा चाँद जो मिल रहे, करते मन…"
Monday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post कुंडलिया
"आम तौर पर भाषाओं में शब्दों का आदान-प्रदान एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है। कुण्डलिया छंद में…"
Monday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post अस्थिपिंजर (लघुकविता)
"जिन स्वार्थी, निरंकुश, हिंस्र पलों का यह कविता विवेचना करती है, वे पल नैराश्य के निम्नतम स्तर पर…"
Monday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"आदरणीय  उस्मानी जी डायरी शैली में परिंदों से जुड़े कुछ रोचक अनुभव आपने शाब्दिक किये…"
Jul 31
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"सीख (लघुकथा): 25 जुलाई, 2025 आज फ़िर कबूतरों के जोड़ों ने मेरा दिल दुखाया। मेरा ही नहीं, उन…"
Jul 30
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"स्वागतम"
Jul 30

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service