For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

श्रद्धा सुमन
यश चोपड़ा जी चले गए छोड़ के यह संसार
डेंगू के इक मच्छर ने ले ली उनकी जान
मौत पे किसी का बस नहीं है बेबस है इंसान
श्रद्धा सुमन करता  अर्पित उनको यह सारा संसार
80 बरस  तक सेवा की बालीबुड की जी भर
अच्छी फ़िल्में दीं हम सबको चुन चुनकर
यश जी बेशक चले गए पर बरसों याद आएँगे
दिल के किसी कोनें हम सबके  बस जाएँगे
 
दीपक कुल्लुवी
9350078399
२१/१०/१२.
खबर : मुंबई में यश चोपड़ा  जी का कल डेंगू से निधन I

Views: 395

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on October 24, 2012 at 8:11pm

ईश्वर इस महान आत्मा को शांति प्रदान करें, सादर श्रद्धांजलि |

Comment by Deepak Sharma Kuluvi on October 23, 2012 at 11:22am
लक्ष्मण जी प्राची जी,पाण्डेय जी आप सबका धन्यवाद 
दीपक शर्मा कुल्लुवी

सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on October 22, 2012 at 10:37pm

सादर श्रद्धांजलि ............

Comment by लक्ष्मण रामानुज लडीवाला on October 22, 2012 at 7:11pm
आदरणीय यश चोपड़ा के निर्देशन में बनी "वक्त" और "कभी कभी" से मै बहुत प्रभावित हुआ |
जब वे मेरे एक रिश्तेदार स्व.ओ. पी बंसल के यहाँ शादी में जयपुर आये और श्री बंसल जी को 
बीमार अस्पताल में भरती देखा तो उनके बड़े लड़के को कहाँ, "चिंता न करे मै पिता की जिम्मेदारी 
निभा बारातियों का स्वागत करूँगा"  तो मुझे उनके महान सह्रदयता का अहसास हुआ | 
मेरी यश  चोपड़ा जी को भाव भीनी श्रद्धांजली और लेखक श्री दीपक जो का हार्दिक आभार |

 


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on October 22, 2012 at 6:22pm

यश चोपड़ा जी का निधन बौलीवुड की एक अपूरणीय क्षति है, उनकी निर्देशन प्रतिभा ने कितने ही कलाकारों को अभिनय क्षेत्र की बुलंदियों पर पहुंचाया है, और हमें अपनी कल्पना की भाव लहरों के साथ हंसाया रुलाया है..

सिलसिला, वीर-ज़रा, दिल तो पागल है, मोहब्बतें जैसी फ़िल्में उनकी स्मृतियों को सबके दिलों में श्रद्धा पूर्वक जीवित रखेंगी..

इस महान निर्माता निर्देशक का निधन डेंगू जैसी बीमारी से होना, बहुत शोचनीय है. निश्चय ही अब कई  बड़े अभिनेता अभिनेत्रियाँ डेंगू मलेरिया जैसी बीमारियों व उनके कारणों व रोकथाम के प्रति जागरूकता अभियानों को सफलता के मुकाम तक पहुंचाने में सहयोग देंगे. 

आदरणीय यश जी को श्रद्धार्पण करते हुए.....इस रचना हेतु साभार साधुवाद.

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"आदरणीया प्रतिभा जी, मेरे प्रयास को मान देने के लिए हार्दिक आभार। बहुत बहुत धन्यवाद। आपने सही कहा…"
yesterday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"जी, शुक्रिया। यह तो स्पष्ट है ही। "
Tuesday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"सराहना और उत्साहवर्धन के लिए हार्दिक आभार आदरणीय उस्मानी जी"
Tuesday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"लघुकथा पर आपकी उपस्थित और गहराई से  समीक्षा के लिए हार्दिक आभार आदरणीय मिथिलेश जी"
Tuesday
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"आपका हार्दिक आभार आदरणीया प्रतिभा जी। "
Tuesday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"लेकिन उस खामोशी से उसकी पुरानी पहचान थी। एक व्याकुल ख़ामोशी सीढ़ियों से उतर गई।// आहत होने के आदी…"
Tuesday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"प्रदत्त विषय को सार्थक और सटीक ढंग से शाब्दिक करती लघुकथा के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें आदरणीय…"
Tuesday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"आदाब। प्रदत्त विषय पर सटीक, गागर में सागर और एक लम्बे कालखंड को बख़ूबी समेटती…"
Tuesday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"हार्दिक धन्यवाद आदरणीय मिथिलेश वामनकर साहिब रचना पटल पर अपना अमूल्य समय देकर प्रतिक्रिया और…"
Tuesday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"तहेदिल बहुत-बहुत शुक्रिया जनाब मनन कुमार सिंह साहिब स्नेहिल समीक्षात्मक टिप्पणी और हौसला अफ़ज़ाई…"
Tuesday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"आदरणीया प्रतिभा जी प्रदत्त विषय पर बहुत सार्थक और मार्मिक लघुकथा लिखी है आपने। इसमें एक स्त्री के…"
Tuesday
pratibha pande replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-126 (पहचान)
"पहचान ______ 'नवेली की मेंहदी की ख़ुशबू सारे घर में फैली है।मेहमानों से भरे घर में पति चोर…"
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service