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हम होगें कामयाब

लेन देन जगत में, कुदरत रखे सब हिसाब ।
मिलता न कुछ मुफ्त में, हम हो कामयाब ॥
अपने आतीत से सीख लें,
पलटकर देख लो इतिहास
मुसीबतों से कुछ सबक ले,
रख सुखी भविश्य की आस ।
हर बाधा की दिशा मोड दो,
कर जीवन में सतत प्रयास ।
विपत्ती में धैर्य से निर्णय लें,
ह्र्दय जगे सफलता की आस ।
मन में जगा विश्वास, आंखों से देखे ख्वाब !
टूटे न मन से आस, लोग होगें कामयाब !!
वक्त रहते आज तू संवार ले,
कल तेरा होगा न उपहास ।
दुख में हिम्मत हार मत,
कल सूरज देगा प्रकाश.।
करूणा मैत्री को छोड मत,
विजय आ गयी अब पास ।
सुख में दुखियों का साथ दें,
सबका मिट जाए संताप ।
शत्रु मित्र को पहचान, संग अपने हाथ किताब ।
जंग होगी आसान, सभी होगें कामयाब॥
सब संचित पुण्य को बांट दे,
धरती पर बचे कहीं न पाप ।
मरुभूमि में सरिता निकाल दे,
मिटा दे धरती का अभिशाप ।
तू जीवन का संचार कर दे,
अपने मिटा ले सभी पाप ।
अपने कर्मों से मंगल कर दे,
सब प्राणी का हर संताप ।
निर्मल ज्योति जब जली, ग्यान का बहा सैलाब।
कली बाग में खिली, तभी होगें कामयाब॥
धरती अम्बर को जोड दो,
अपने ह्रदय रख लें आस ।
शत्रु मित्र का भेद मिटा दो,
संकट के पल न रहे पास ।
अकुशल कर्म को छोड दो,
याद रहे जीवन मंत्र खास ।
स्वविजय का झंडा गाड दो,
रखकर खुद पर विश्वास ।
कुशल पथ पालन कर, कुदरत सब रखे हिसाब ।
जीवन में प्रगति कर होगें सभी कामयाब ॥
मौलिक एवम अप्रकाशित

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