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(1) बचे न जीव
ख़त्म होते जंगल
है अमंगल ।
(2) सूखी धरती
बरसे न बादल
गायब जल ।
(3) भारतवर्ष
संस्कृतियों की गंगा
मन है चंगा ।
(4) आओ बनाएँ
खुशहाल भारत
है ज़रूरत ।
(5) रक्षा नायक
राष्ट्र का रखवाला
सेना नायक ।
(6) जातीय भेद
देश का नुकसान
घटाए शान ।
मौलिक एवं अप्रकाशित ।

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Comment by Mohammed Arif on November 16, 2017 at 11:39am
आदरणीय तस्दीक़ अहमद जी,नज़रे इनायत का बहुत-बहुत शुक्रिया ।
Comment by Tasdiq Ahmed Khan on November 16, 2017 at 11:30am

मुहतरम जनाब आरिफ़  साहिब ,  सुंदर हाइकू हुए हैं , मुबारकबाद क़ुबूल फरमाएँ

Comment by Mohammed Arif on November 16, 2017 at 8:13am
आदरणीय सलीम रज़ा साहब नज़रे इनायत के लिए बहुत-बहुत शुक्रिया ।
Comment by SALIM RAZA REWA on November 15, 2017 at 10:41pm
जनाब मोहम्मद आरिफ साहब,
ख़ूबसूरत हाइकु के लिए मुबारक़बाद.

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