For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

विश्‍व भोजपुरी सम्‍मेलन में भोजपुरी के सम्‍मान की मांग तेज

                   देवभूमि ऋषिकेश में दिनांक 23-24 अप्रैल को आयोजित विश्‍व भोजपुरी सम्‍मेलन के दसवें राष्‍ट्रीय अधिवेशन के दौरान भोजपुरी भाषा, संस्‍कृति व कला को सम्‍मान दिए जाने की जोरदार मांग की गई । दिनांक 24 अप्रैल को समापन समारोह के अवसर पर मुख्‍य अतिथि के रूप में आमंत्रित उत्‍तर प्रदेश एवं उत्‍तराखंड के पूर्व मुख्‍यमंत्री श्री नारायण दत्‍त तिवारी ने भोजपुरी भाषा, कला संस्‍कृति, साहित्‍य और संगीत की सराहना करते हुए कहा कि भोजपुरी एक तेजस्‍वी और मधुर भाषा होने के साथ-साथ स्‍वतंत्रता संग्राम की भी भाषा है । उन्‍होंने कहा कि स्‍वतंत्रता आदोलन के दौरान जेल में बंद स्‍वतत्रता सेनानी, जिनमें वे खुद भी शामिल थे, प्राय: एक भोजपुरी क्रांति गीत गाया करते थे जिसके बोल थे "राजा तोरी राजशहिया मिटाए देबो न, साहब तोरी साहबजदिया मिटाए देबो न"  उन्‍होंने कहा कि यह भोजपुरी भाषा की व्‍यापकता और प्रभाव का अप्रतिम उदाहरण है ।

कार्यक्रम के इस सत्र की अध्‍यक्षता करते हुए भोजपुरी समाज,दिल्‍ली के अध्‍यक्ष श्री अजीत दुबे ने पंद्रहवीं लोकसभा में ध्‍यानाकर्षण प्रस्‍ताव के जरिए भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने का मुद्दा उठाने हेतु सर्वश्री जगदंबिका पाल, रघुवंश प्रसाद सिंह, संजय निरूपम आदि सांसदों को धन्‍यवाद करते हुए केन्‍द्र सरकार से यह मांग की कि नियम 193 के तहत इस मुद्दे को उठाया जाए एवं इसे पास कराया जाए। साथ ही उन्‍होंने यह भी कहा कि 1991 के बाद से भोजपुरी लोक गायकों को पदम पुरस्‍कार प्राप्‍त नहीं हुए हैं । सरकार को इस ओर ध्‍यान देते हुए प्रसिद्ध भोजपुरी लोक गायकों यथा मनोज तिवारी, भरत शर्मा व्‍यास एवं मालिनी अवस्‍थी आदि जैसे कलाकारों को पदम पुरस्‍कारों से नवाजा जाना चाहिए ।

                       विश्‍व भोजपुरी सम्‍मेलन के राष्‍ट्रीय  महासचिव श्री अरूणेश नीरन ने विश्‍व भोजपुरी सम्‍मेलन द्वारा भोजपुरी के विकास और उत्‍थान के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि सम्‍मेलन का उदे्दश्‍य भोजपुरी भाषा, साहित्‍य और संस्‍‍कृति के प्रसार-प्रचार के साथ-साथ इस क्षेत्र की प्रतिभाओं को आदर और सम्‍मान देते हुए उन्‍हें अनुकूल मंच प्रदान करना भी है । इसी क्रम में उन्‍होंने संस्‍था द्वारा साहित्यिक क्षेत्र की विशिष्‍ट हस्तियों को दिए जाने वाले सेतु सम्‍मान एवं लोक संगीत के क्षेत्र में दिए जाने वाले भिखारी ठाकुर सम्‍मान के बारे में भी विस्‍तृत जानकारी प्रदान की । 

                     इस सम्‍मेलन का उदघाटन 23 अप्रैल को वरिष्‍ठ भा0ज0पा नेता श्री कलराज मिश्र द्वारा किया गया । इस अवसर पर देश -विदेश से आए तमाम भोजपुरिया लोगों के साथ-साथ स्‍थानीय लोग भी भारी संख्‍या में उपस्थित थे । श्री कलराज मिश्र ने अपने संबोधन में कहा कि भोजपुरी केवल भाषा ही नहीं वरन एक संस्‍कृति है, यह रहन-सहन की एक पद्धति है । भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किए जाने के संबंध में उन्‍होने कहा कि इसके लिए प्रयास जारी हैं और आने वाले संसद सत्र में इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया जाएगा। इस कार्यक्रम के दौरान भोजपुरी साहित्‍यकार एवं कवि श्री हरिराम द्विवेदी को सेतु सम्‍मान और प्रख्‍यात भोजपुरी गायिका श्रीमती मालिनी अवस्‍थी को भिखारी ठाकुर सम्‍मान से सम्‍मानित किया गया । इस दो दिवसीय सम्‍मेलन के दौरान अनेक विषयों पर संगाष्ठियां, कवि सम्‍मेलन,पुस्‍तकों के विमोचन आदि के कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस सम्‍पूर्ण आयोजन में विश्‍व भोजपुरी सम्‍मेलन के अंतरराष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष श्री सतीश त्रिपाठी सहित सभी प्रांतीय अध्‍यक्ष एवं अन्‍य पदाधिकारी जैसे सरिता बुधु, डा0 बी0एन0 तिवारी, डॉ अशोक सिंह, श्री अनिल ओझा नीरद, मनोज भावुक, कुलदीप श्रीवास्‍तव, मनोज श्रीवास्‍तव, कमल नारायण मिश्रा एवं श्री बी0एन0यादव आदि उपस्थित रहे।

Views: 380

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on April 26, 2011 at 8:52am
विश्‍व भोजपुरी सम्‍मेलन के दसवें राष्‍ट्रीय अधिवेशन के सफल आयोजन हेतु आयोजकों को बहुत बहुत बधाई |

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"अपने आपको विकट परिस्थितियों में ढाल कर आत्म मंथन के लिए सुप्रेरित करती इस गजल के लिए जितनी बार दाद…"
10 minutes ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on Ashok Kumar Raktale's blog post मनहरण घनाक्षरी
"आदरणीय सौरभ सर, अवश्य इस बार चित्र से काव्य तक छंदोत्सव के लिए कुछ कहने की कोशिश करूँगा।"
12 minutes ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Ashok Kumar Raktale's blog post मनहरण घनाक्षरी
"शिज्जू भाई, आप चित्र से काव्य तक छंदोत्सव के आयोजन में शिरकत कीजिए. इस माह का छंद दोहा ही होने वाला…"
50 minutes ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - गुनाह कर के भी उतरा नहीं ख़ुमार मेरा
"धन्यवाद आ. अमीरुद्दीन अमीर साहब "
54 minutes ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - गुनाह कर के भी उतरा नहीं ख़ुमार मेरा
"धन्यवाद आ. सौरभ सर,आप हमेशा वहीँ ऊँगली रखते हैं जहाँ मैं आपसे अपेक्षा करता हूँ.ग़ज़ल तक आने, पढने और…"
54 minutes ago
Nilesh Shevgaonkar commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. लक्ष्मण धामी जी,अच्छी ग़ज़ल हुई है ..दो तीन सुझाव हैं,.वह सियासत भी कभी निश्छल रही है.लाख…"
55 minutes ago
Nilesh Shevgaonkar commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"आ. अमीरुद्दीन अमीर साहब,अच्छी ग़ज़ल हुई है ..बधाई स्वीकार करें ..सही को मैं तो सही लेना और पढना…"
1 hour ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी's blog post ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)
"मोहतरम अमीरुद्दीन अमीर बागपतवी साहिब, अच्छी ग़ज़ल हुई है, सादर बधाई"
1 hour ago

सदस्य कार्यकारिणी
शिज्जु "शकूर" commented on Ashok Kumar Raktale's blog post मनहरण घनाक्षरी
"आदरणीय सौरभ सर, हार्दिक आभार, मेरा लहजा ग़जलों वाला है, इसके अतिरिक्त मैं दौहा ही ठीक-ठाक पढ़ लिख…"
1 hour ago
Sushil Sarna posted blog posts
3 hours ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी posted a blog post

ग़ज़ल (जो उठते धुएँ को ही पहचान लेते)

122 - 122 - 122 - 122 जो उठते धुएँ को ही पहचान लेतेतो क्यूँ हम सरों पे ये ख़लजान लेते*न तिनके जलाते…See More
3 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा षष्ठक. . . . आतंक
"ओह!  सहमत एवं संशोधित  सर हार्दिक आभार "
4 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service