For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

हमे भी इन सितारों में एक जगह बनानी है

जिसने दिया हमें आदर्श शिष्य की पहचान 

गुरु को दे अंगूठा जब एकलव्य बने महान 

हो लगन कुछ सीखने की इनसे सीखे हम

जग को हिला सकते नहीं किसी से पीछे हम

गुरु-शिष्य की फिर वही परम्परा जगानी है   

हमे भी इन सितारों  में एक जगह बनानी है |

अपने प्राणों  की आहुति देकर जो चले गये 

इन्कलाब का नारा दे ,गोली खाकर जो चले गये 

स्वतंत्रता -गणतन्त्र दिवस पाठशाला तक सिमट गये 

जिनके हाथों में बागडोर वो मधुशाला तक सिमट गये 

जो भूल गये भारत माँ को ,फिर उनको याद दिलानी है 

हमे भी इन सितारों  में एक जगह बनानी है |

आओ जरा इतिहास को पलटो 

हर पापी की साख को पलटो 

उदहारण तुम्हे बहुत मिलेंगे 

आगे आओ ,साथ बहुत मिलेंगे 

हमसब को मिलकर ,भारत की संस्कृति वापिस लानी है 

हमे भी इन सितारों  में एक जगह बनानी है ||

"मौलिक व अप्रकाशित "

Views: 507

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by maharshi tripathi on November 26, 2014 at 5:31pm

आपका आभार ,आ. आसुतोष मिश्रा जी |

Comment by Dr Ashutosh Mishra on November 26, 2014 at 10:49am

आदरनीय त्रिपाठी जी वर्तमान परिदृश्य का चित्रण करती शानदार रचन के लिए तहे दिल बधाई सादर 

Comment by maharshi tripathi on November 25, 2014 at 8:30pm
धन्यवाद् ,आ. मुकेश जी |
Comment by MUKESH SRIVASTAVA on November 25, 2014 at 5:34pm

sundar rachnaa

Comment by maharshi tripathi on November 25, 2014 at 5:04pm

धन्यवाद आ. मीना जी |

Comment by Meena Pathak on November 25, 2014 at 4:25pm

बहुत सुन्दर ...बधाई 

Comment by maharshi tripathi on November 24, 2014 at 10:15pm

कुछ करने की एक पहल |

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। गजल की प्रशंसा के लिए आभार।"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. रिचा जी, हार्दिक धन्यवाद"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दिनेश जी, सादर आभार।"
1 hour ago
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय रिचा यादव जी, पोस्ट पर कमेंट के लिए हार्दिक आभार।"
1 hour ago
Shyam Narain Verma commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
3 hours ago
Shyam Narain Verma commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"नमस्ते जी, बहुत ही सुंदर प्रस्तुति, हार्दिक बधाई l सादर"
3 hours ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दिनेश जी, बहुत धन्यवाद"
3 hours ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम जी, बहुत धन्यवाद"
3 hours ago
DINESH KUMAR VISHWAKARMA replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम जी सादर नमस्कार। हौसला बढ़ाने हेतु आपका बहुत बहुत शुक्रियः"
4 hours ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service