बिछड़ा था हमसफ़र मेरा
Comment
सही कहा मुखेर्जी जी,,,प्रतिक्रिया के लिये शुक्रिया
बहुत सुंदर
मिलेगा एक दिन हमसफ़र तेरा .........इसी उम्मीद पर तो दुनिया कायम है
सौरभ जी @ शुक्रिया ...पथ प्रदर्शन के लिये
माथुर जी @ शुक्रिया
अरुण जी @ शुक्रिया
रचनाकर्म के भाव सनातन हैं. प्रयासरत रहें तथा इस मंच की अन्यान्य रचनाओं को भी पढ़ते हें.
आपकी रचनाएँ आपसे उम्मीद जगाती हैं.
चित्र पिक्चर आदि से चमत्कार पैदा करने की कोशिश पर पहले भी कह चुका हूँ. रचना समृद्ध ही तो पाठकों का ध्यान वे इन चित्रों के बग़ैर भी खींचेंगीं.
शुभेच्छाएँ
आदरणीय सुमित जी ,
बहुत सुन्दर रचना !
सुंदर रचना. कोमल भावनायें. शुभकामनायें
रविकर जी शुक्रिया ....
बढ़िया है आदरणीय-
शुभकामनायें-
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