माननीय अटलबिहारी जी की एक रचना की प्रसिद्ध पंक्ति "आओ फिर से दिए जलाएं "से प्रेरित
टूटे मन के खँडहर तन में
सूने अंतर के आँगन में
ज्योतिर्मय अल्पना बनाएं
आओ फिर से दिए जलाएं
भीगी सीली नमी हटायें
आतंकित डैनो से भय की
पंखों को झाडे फड़कायें
गर्द उडा दें हर संशय की
दें उड़ान उपहार स्वयं को
पखों में आकाश सजाएं
आओ फिर से.......
सपनों की चटकीली दुनिया
के जितने भी कूट लेख है
जब्त करें आँखों से सारे
झूठे जितने भी प्रलेख हैं
श्री यथार्थ के हवन कुंड में
प्रज्ञा की समिधा सुलगाएं
आओ फिर से .........
हरा केसरी हो या नीला
पुतली के बस हैं सारे भ्रम
सबका केवल एक जिस्म है
दृष्टिकोण से बिखरा हर क्रम
बाँध धार बिखरे वर्णों की
एक अमर जाह्नवी बहायें
आओ फिर से .......
Comment
हरा केसरी हो या नीला
पुतली के बस हैं सारे भ्रम
सबका केवल एक जिस्म है
दृष्टिकोण से बिखरा हर क्रम
बाँध धार बिखरे वर्णों की
एक अमर जाह्नवी बहायें
आओ फिर से .......
सुंदर भाव , शानदार लय, उम्दा गीत के लिए सीमा जी बधायी .
विजय जी आपकी तहे दिल से शुक्रगुज़ार हूँ
सपनों की चटकीली दुनिया
के जितने भी कूट लेख है
जब्त करें आँखों से सारे
झूठे जितने भी प्रलेख हैं
श्री यथार्थ के हवन कुंड में
प्रज्ञा की समिधा सुलगाएं
आओ फिर से .........
आदरणीया सीमा जी,
वाह, वाह, वाह। शब्द चयन, भाव, सभी के लिए बधाई।
विजय निकोर
दिल से शुक्रिया राजेश जी और रश्मि जी
बहुत ही सुन्दर अभिव्यक्ति, एक संकल्प जगाती, ऊर्जा घोलने वाली रचना, आपको पढ़ना यूं भी बहुत अच्छा लगता है, सादर
बधाई सीमा जी सुन्दर कल्पना के लिए शब्द चयन बहुत अच्छा है
डाक्टर अजय खरे जी, श्याम नारायण जी , अशोक जी, सौरभ जी प्रिय अरुण ,संदीप,प्राची ,महिमा आप सभी को पुनः नव वर्ष की शुभकामनाएं ...रचना पर स्नेहिल प्रतिक्रिया के लिए आप सभी का हृदय से आभार व्यक्त करती हूँ
इस सुन्दर गीत के लिए बहुत बहुत बधाई आदरणीया सीमा जी
अनुज की और से नववर्ष की ढेरों शुभकामनाये स्वीकार कीजिये
आशीर्वाद और स्नेह यूँ ही बनाये रखिये
टूटे मन के खँडहर तन में
सूने अंतर के आँगन में
ज्योतिर्मय अल्पना बनाएं ...बहुत खूबसूरत पंक्तिया, हार्दिक बधाई इन पंक्तियों पर.
सपनों की चटकीली दुनिया
के जितने भी कूट लेख है
जब्त करें आँखों से सारे
झूठे जितने भी प्रलेख हैं
श्री यथार्थ के हवन कुंड में
प्रज्ञा की समिधा सुलगाएं......................बहुत सुन्दर भाव प्रस्तुति,
हार्दिक बधाई इस नव गीत पर आदरणीया सीमा जी,
और आपको नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं
नववर्ष की बधाई और मंगलकामनाएं !
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