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१. बौराया आम
चहका उपवन
आया बसंत

२. गरजे घन
नाच उठा किसान
बुझेगी प्यास

३.दहेज़ भारी
कुरीतियों की मारी
वधु बेचारी

४.अंकुर बनी
अभी नहीं खिली थी
भ्रूण ही तो थी

५.शोर है कैसा
कुर्सी पे तो है बैठा
अपना नेता

६ धर्म की आड़
बाबाओ का व्योपार
दुखी संसार

७. ठाट बाट में
कानून की आड़ में
कैदी दामाद

८. टूटे सपने

डिग्रियां बनी भार 
 बेरोजगार

९.व्याकुल मन
लगे जैसे है स्वर्ग
मैया की गोद

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Comment by MAHIMA SHREE on April 22, 2012 at 4:52pm
आदरणीय सौरभ सर , आदरणीया सीमा   जी , आदरणीया सरिता दी , आदरणीय सतीश सर , आदरणीय प्रताप जी  व् आशीष जी ..
आपक सबको मेरा नमस्कार ,
मुझे बहुत हर्ष हो रहा है , आपने सबने पसंद किया , सराहा और उत्साहवर्धन किया .. प्रयास सफल हुआ 
आप सब का ह्रदय से आभार और बहुत-२ धन्यवाद  ..स्नेह बनाये रखे

सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Rana Pratap Singh on April 22, 2012 at 12:42pm

सभी हाइकु अच्छे लगे| शिल्प और कथ्य दोनों का ही अच्छा संगम है|

Comment by satish mapatpuri on April 22, 2012 at 2:59am

अत्यंत सुन्दर ........ बधाई महिमा जी

Comment by आशीष यादव on April 22, 2012 at 1:57am

bade hi sundar haaiku ki rachna ki hai aapne.ek se badhkar ek. sarita ji ne sahi kaha ki gaagar me saagar bharne ka kaam kiya hai.

badhai

Comment by Sarita Sinha on April 21, 2012 at 10:45pm

महिमा जी, नमस्कार,

हाइकू क्या होता है ये मुझे नहीं पता था, आप ही लोगों की रचनाओं से पता चला. कुछ गागर में सागर जैसी चीज़ है और आपने बड़ी  सुन्दरता से इस नयी विधा में हाथ साफ किया है...बधाई....

सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Saurabh Pandey on April 21, 2012 at 9:09pm

महिमाजी, आपने हाइकू के मूल शिल्प को कस कर बाँध लिया है.  तथ्य के लिये बिम्ब भी प्रभावकारी हैं.

आपका रचना प्रयास स्व-अध्ययन के संबल से कितना निखर रहा है यह कहने नहीं बस गुनने की बात है. बहुत-बहुत बधाई.

Comment by MAHIMA SHREE on April 21, 2012 at 9:03pm
आदरणीय वाहिद जी , नमस्कार 
आपको पसंद आया , अच्छा लगा ..स्नेह बनाए रखे ,

आप सब ने मुझे प्रेरित किया है ..ह्रदय से आभार

 
Comment by संदीप द्विवेदी 'वाहिद काशीवासी' on April 21, 2012 at 8:45pm

सुंदर हाइकू प्रस्तुत किये महिमा जी! बहुत अच्छे लगे| विशेषकर नं. ३ का हाइकू

दहेज़ भारी
कुरीतियों की मारी
वधु बेचारी

पसंद आया| बधाई आपको| :))

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