For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

दुधवा के गैंडों को मिलेगी नयी पहचान

दुधवा के गैंडों को मिलेगी नयी पहचान

दुधवा नेशनल पार्क के तीस सदस्यीय गैंडा परिवार के अब प्रत्येक सदस्य को शीघ्र ही उनकी पहचान का आईडी नम्बर अथवा नाम मिल जाएगा। इसके लिए गैंडा का कम्प्यूटर में डाटाबेस रिकार्ड रखा जाएगा। इससे गैंडों की मानीटरिंग करने में काफी सहूलियत मिलेगी। दुधवा प्रशासन ने इस योजना का प्रपोजल बनाकर सरकार के पास भेजा है। आईडी बेस्ड मानीटरिंग प्रोग्राम का संचालन कैसे किया जाएगा इसके अध्ययन के लिए दुधवा टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक शीघ्र ही नेपाल के चितवन नेशनल पार्क का भ्रमण करेंगे।
दुधवा नेशनल पार्क में विश्व की अद्वितीय गैंडा पुर्नवास परियोजना सफलतापूर्वक चल रही है। वर्तमान में इकतीस सदस्यीय गैंडा परिवार स्वच्छंद विचरण कर रहा है। लेकिन इनकी देखरेख करने में दिक्कतें आती है साथ ही लोकेशन भी नहीं मिलती है। हालांकि हाथियों द्वारा गैंडों की मानीटरिंग की जा रही है। गैंडों की निगरानी एवं लोकेशन के लिए दुधवा प्रशासन ने गैंडों की आईडीवेस्ड मानीटरिंग प्रोग्राम बनाया है। इसका प्रपोजल सरकार को भेज दिया गया है। सब कुछ ठीक ठाक रहा तो आने वाले कुछेक समय में यहां के सभी गैंडों की पहचान के लिए आईडी नम्बर अथवा नाम दिया जाएगा। जानकार सूत्रों ने बताया मैनुअल मानीटरिंग में गैंडों की पहचान नहीं हो पाती है लेकिन जो अब कम्प्यूटर में डिजिटल डाटाबेस तैयार किया जाएगा उसमें प्रत्येक गैंडा की अलग अलग फोटो होगी एवं उसी के हिसाब से उनको आईडी नम्बर दिया जाएगा इस व्यवस्था से गैंडों की पहचान तुरन्त हो जाएगी। विशेषज्ञों के अनुसार प्रत्येक गैंडा के सींग का आकार एवं कंधे अलग अलग तरह के होते हैं जिनके फोटो लेकर कम्प्यूटर में रखे जाएगा। आईबेस्ड मानीटरिंग प्रोग्राम नेपाल के चितवन नेशनल पार्क में चल रहा है इस वजह से दुधवा टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक गणेश भट्ट शीघ्र ही प्रोग्राम का अध्ययन करने के लिए नेपाल जाएंगे।

Views: 458

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online


मुख्य प्रबंधक
Comment by Er. Ganesh Jee "Bagi" on November 26, 2011 at 11:25pm

बहुत ही ज्ञानवर्धक और जानकारी से परिपूर्ण लेख है, आभार डी. पी. मिश्रा जी |

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहीं खो गयी है उड़ानों की जिद में-गजल
"आ. भाई चेतन जी सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति के लिए हार्दिक धन्यवाद।  मतले के उला के बारे में…"
2 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहीं खो गयी है उड़ानों की जिद में-गजल
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति के लिए आभार।"
5 minutes ago
Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . विरह शृंगार
"आ. सुशील  सरना साहब,  दोहा छंद में अच्छा विरह वर्णन किया, आपने, किन्तु  कुछ …"
3 hours ago
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहीं खो गयी है उड़ानों की जिद में-गजल
"आ.आ आ. भाई लक्ष्मण धामी मुसाफिर.आपकी ग़ज़ल के मतला का ऊला, बेबह्र है, देखिएगा !"
3 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post कहीं खो गयी है उड़ानों की जिद में-गजल
"आदरणीय लक्ष्मण भाई , ग़ज़ल के लिए आपको हार्दिक बधाई "
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी and Mayank Kumar Dwivedi are now friends
Monday
Mayank Kumar Dwivedi left a comment for Mayank Kumar Dwivedi
"Ok"
Sunday
Sushil Sarna commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहे -रिश्ता
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी रिश्तों पर आधारित आपकी दोहावली बहुत सुंदर और सार्थक बन पड़ी है ।हार्दिक बधाई…"
Apr 1
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"तू ही वो वज़ह है (लघुकथा): "हैलो, अस्सलामुअलैकुम। ई़द मुबारक़। कैसी रही ई़द?" बड़े ने…"
Mar 31
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"गोष्ठी का आग़ाज़ बेहतरीन मार्मिक लघुकथा से करने हेतु हार्दिक बधाई आदरणीय मनन कुमार सिंह…"
Mar 31
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"आपका हार्दिक आभार भाई लक्ष्मण धामी जी।"
Mar 31
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-120
"आ. भाई मनन जी, सादर अभिवादन। बहुत सुंदर लघुकथा हुई है। हार्दिक बधाई।"
Mar 31

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service