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ग़ज़ल - फिल बदीह -- खार सीने से लगाता कौन है ( गिरिराज भंडारी )

2122      2122    212 

छोड़िये , हमको बुलाता कौन है

खार सीने से लगाता कौन है

आप हैं गमगीन , खुद रोते रहें

अब यहाँ कन्धा बढाता  कौन है

 

हाथ अंगारों में रख कहते हैं वो

हमसा खुद को आजमाता कौन है

 

सोई खोई बस्ती की तनहाई में

ग़ज़ले-ग़ालिब गुनगुनाता कौन है

  

एक दिन तो खोजिये इस दश्त में

खिलखिलाता , मुस्कुराता कौन है

 

आप भी मायूस हो कर लौटेंगे

पत्थरों से दिल लगाता कौन है

 

चाँद बन तू , पास आयेंगे तभी

सूर्य के नज़दीक जाता कौन है

 

इक न इक दिन हार जाते हैं सभी

ज़िन्दगी को को जीत पाता कौन है

 

पूछ मत बाहर निकल कर देख ले

आसमाँ पर झिल मिलाता कौन है 

 

रोशनी में रोशनी करते हैं सब

आइना तम को दिखता  कौन है

**********************************

मौलिक एवँ अप्रकाशित

 

 

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Comment

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Comment by विनय कुमार on June 26, 2015 at 12:12am

// आप भी मायूस लौटेंगे ज़रूर
पत्थरों से दिल लगाता कौन है // , बहुत शानदार ग़ज़ल , बधाई.

Comment by वीनस केसरी on June 26, 2015 at 12:10am

नमस्कार
अभी यह मिसरा फिर से देख लें
हुस्न में खोये पड़े जहान से


बहुत शानदार ग़ज़ल हुई है, विस्तार से टिप्पणी देने के लिए फिर से आता हूँ


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on June 25, 2015 at 8:42pm

आदरणीय केवल भाई , उत्साह वर्धन के लिये आपका आभारी हूँ ॥

Comment by केवल प्रसाद 'सत्यम' on June 25, 2015 at 8:31pm

//छोड़िये , हमको बुलाता कौन है

खार सीने से लगाता कौन है//

आ0 भंडारी भाई जी....शानदार गज़ल के लिये दाद कुबूल फरमायें . सादर


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on June 25, 2015 at 3:08pm

आदरणीय नरेन्द्र भाई . हौसला अफज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया ।

Comment by narendrasinh chauhan on June 25, 2015 at 2:56pm

छोड़िये , हमको बुलाता कौन है

खार सीने से लगाता कौन है

चाँद बन तू , पास आयेंगे सभी

सूर्य के नज़दीक जाता कौन है ! शानदार गजल


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on June 25, 2015 at 1:35pm

आदरणीय बड़े भाई  गोपाल जी , हौसला अफज़ाई का बेहद शुक्रिया आपका ।

Comment by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव on June 25, 2015 at 10:59am

जो मिले,  रोते मिले हैं चार सू

ज़िन्दगी को यार गाता कौन है-----------वाह वाह , क्या गजल है , बहुत खूब.

कृपया ध्यान दे...

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