For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

वंदना

हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
विद्द्या का मुझको भी वरदान दे माँ

करूँ मै भी सेवा तेरी उम्र भर
मुझमे भी ऐसा कोई ‘भाव’ दे माँ
हे शारदे माँ , .......

चलूँ मै भी हरदम सत्यपथ पर
कभी भी न मुझसे कोई चूक हो माँ
हे शारदे माँ ,...........

दिखें जो दुखी-दीन आगे मेरे
कुछ सेवा उनकी भी मै कर सकूं माँ
हे शारदे माँ ,...............

जिह्वा जो खोलूँ तू वाँणी मे हो
चले जो कलम तो तू शब्द दे माँ
हे शारदे माँ, .............

सुख,स्वास्थ,शान्ति सभी को मिले
हर इक को ऐसा ही वरदान दे माँ
हे शारदे माँ, हे शारदे माँ
विद्द्या का मुझको भी वरदान दे माँ ||

मीना पाठक
मौलिक/अप्रकाशित

Views: 610

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by जितेन्द्र पस्टारिया on January 17, 2014 at 11:00pm

बहुत सुंदर रचना , हार्दिक बधाई आदरणीया मीना दीदी

Comment by Meena Pathak on January 17, 2014 at 1:31pm

आ० वंदना जी बहुत आभार 

Comment by Meena Pathak on January 17, 2014 at 1:31pm

बहुत बहुत आभार आ० रमेश जी 

Comment by Meena Pathak on January 17, 2014 at 1:30pm

आ० कुन्ती दी हृदय से आभार | सादर 

Comment by Meena Pathak on January 17, 2014 at 1:29pm

आ० अन्नपूर्णा जी बहुत आभार |  हृदय से मान रखूँगी आ० प्राची जी के शब्दों का 

Comment by Meena Pathak on January 17, 2014 at 1:28pm

आदरणीय अरुन जी, प्रयासरत हूँ | बहुत आभार 

Comment by Meena Pathak on January 17, 2014 at 12:57pm

आदरणीया प्राची जी, हमेशा मेरी रचनाओं पर आप की उपस्थिति और स्नेह मिलता है जिससे मेरा हौसला बढाता है, आप का स्नेह मेरे दिल तक पहुँचा :) हृदय से आभार
आप के कहे का सम्मान करते हुए तहेदिल से मान रखूँगी .... पूरा प्रयास कर रही हूँ| सादर

Comment by vandana on January 17, 2014 at 6:52am

सुन्दर भाव आदरणीया 

Comment by रमेश कुमार चौहान on January 16, 2014 at 11:05pm

मां शारदे के चरणों में समर्पित सुंदर भाव के लिये आपको बााई

Comment by coontee mukerji on January 16, 2014 at 10:18pm

बहुत  सुंदर रचना...मीना जी  हार्दिक बधाई.

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"वाक़िफ़ हुए हैं जब से जहाँ के हुनर से हम डरने लगे हैं अपने ही दीवार-ओ-दर से हम १... जहाँ का…"
12 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"आदरणीय ज़ैफ़ जी, हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया।"
13 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"आदरणीय आज़ी जी, हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया।"
13 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"आदरणीय बलराम जी, हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया।"
14 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"आदरणीय मिथिलेश जी, हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया।"
14 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"आदरणीय दिनेश जी, हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया।"
15 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"आदरणीय लक्ष्मण जी, हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया।"
15 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"आदरणीय अमित जी, हौसला अफ़ज़ाई और क़ीमती सुझाव का तहे दिल से शुक्रिया।"
16 minutes ago
Sanjay Shukla replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"आदरणीय अमीर जी, हौसला अफ़ज़ाई का तहे दिल से शुक्रिया। "
17 minutes ago
Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"जी बहुत बहुत शुक्रिया आ हौसला अफ़ज़ाई के लिए"
28 minutes ago
Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"जी बहुत बहुत शुक्रिया आ बारीकी से ग़ज़ल पर इस्लाह के लिए सुधार करने की कोशिश करता हूँ"
28 minutes ago
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-168
"आदरणीय लक्ष्मण धामी भाई जी,  चूंकि अरूज़ के अनुसार "घ" कोई शब्द नहीं है उसे…"
1 hour ago

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service