For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Mukulkumar Limbad's Discussions (19)

Discussions Replied To (15) Replies Latest Activity

"यहाँ मेघ बादल रहें हैं बरस धरा आज प्यासी छिपाती तरस हुई तेज बारिश व भीगी सड़क चले…"

Mukulkumar Limbad replied Jul 23, 2022 to 'ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव’ अंक 135

38 Jul 24, 2022
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय दिपांजली जी, आपकी अनमोल टिपण्णी के लिए बहूत आभारी हूं"

Mukulkumar Limbad replied Nov 21, 2021 to ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-127

58 Nov 22, 2021
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय छोटेलाल जी आपकी अनमोल टिप्पणी के लिए हदय से आभारी हूं"

Mukulkumar Limbad replied Nov 21, 2021 to ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-127

58 Nov 22, 2021
Reply by Saurabh Pandey

"आदरनीय अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव जी सादर प्रणाम I चित्रानुरुप आकर्षक रचना के लिए हार्द…"

Mukulkumar Limbad replied Nov 21, 2021 to ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-127

58 Nov 22, 2021
Reply by Saurabh Pandey

"आ. डाॅ. छोटेलाल सिंह सादर अभिवादन। चित्रानुरूप सुन्दर छन्द हुए हैं । हार्दिक बधाई"

Mukulkumar Limbad replied Nov 21, 2021 to ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-127

58 Nov 22, 2021
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय अशोक कुमार जी सादर  प्रणाम I चित्रानुरूप सुंदर सृजन के लिए बहुत बहुत बधाई I"

Mukulkumar Limbad replied Nov 21, 2021 to ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-127

58 Nov 22, 2021
Reply by Saurabh Pandey

"शक्ति छंद सफर कर रही एक नारी कहीं, अरे संग था शिशु, अकेली नहीं, कहाँ जा रही वो…"

Mukulkumar Limbad replied Nov 21, 2021 to ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक-127

58 Nov 22, 2021
Reply by Saurabh Pandey

"छंद - चंद्रकांता(राजभा राजभा मातारा सलगा यमाता = 15 वर्ण)यति = 7, 8 देखती आसमाँ को…"

Mukulkumar Limbad replied Feb 21, 2021 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक- 118

12 Feb 21, 2021
Reply by Aazi Tamaam

"आदरणीय छोटेलाल सिंह जी, रचना को सराहने के लिए बहूत बहूत आभारी हूं|"

Mukulkumar Limbad replied Dec 20, 2020 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक- 116

45 Dec 20, 2020
Reply by Saurabh Pandey

"छंद - गीतिका ******   ******  ****** ****** खूबसूरत वादियाँ ऐसी कहीं देखी नहीं, लूंट…"

Mukulkumar Limbad replied Dec 20, 2020 to "ओबीओ चित्र से काव्य तक छंदोत्सव" अंक- 116

45 Dec 20, 2020
Reply by Saurabh Pandey

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर आपने सर्वोत्तम रचना लिख कर मेरी आकांक्षा…"
9 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे... आँख मिचौली भवन भरे, पढ़ते   खाते    साथ । चुराते…"
10 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"माता - पिता की छाँव में चिन्ता से दूर थेशैतानियों को गाँव में हम ही तो शूर थे।।*लेकिन सजग थे पीर न…"
12 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे सखा, रह रह आए याद। करते थे सब काम हम, ओबीओ के बाद।। रे भैया ओबीओ के बाद। वो भी…"
15 hours ago
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"स्वागतम"
yesterday
धर्मेन्द्र कुमार सिंह posted a blog post

देवता चिल्लाने लगे हैं (कविता)

पहले देवता फुसफुसाते थेउनके अस्पष्ट स्वर कानों में नहीं, आत्मा में गूँजते थेवहाँ से रिसकर कभी…See More
yesterday
धर्मेन्द्र कुमार सिंह commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)
"बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय,  मिथिलेश वामनकर जी एवं आदरणीय  लक्ष्मण धामी…"
yesterday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-185

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 185 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
Wednesday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, प्रस्तुति पर आपसे मिली शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद ..  सादर"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

आदमी क्या आदमी को जानता है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२२ कर तरक्की जो सभा में बोलता है बाँध पाँवो को वही छिप रोकता है।। * देवता जिस को…See More
Tuesday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
Monday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service