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कल्पना रामानी's Discussions (1,279)

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सदस्य टीम प्रबंधन

"एक नए छंद पर कलम चलाने  के प्रयास का सुअवसर मिला है। उदाहरण स्वरूप दिये हुए गीत ने म…"

कल्पना रामानी replied Sep 5, 2014 to भुजंगप्रयात छन्द // --सौरभ

35 Sep 14, 2014
Reply by Dr. Vijai Shanker

सदस्य टीम प्रबंधन

"अत्यंत सरल शब्दों में सटीक जानकारी के लिए आपका हार्दिक आभार आदरणीय सौरभ जी! नए नए सु…"

कल्पना रामानी replied Jun 1, 2014 to उल्लाला छन्द // --सौरभ

13 Jun 18, 2024
Reply by मिथिलेश वामनकर

सदस्य टीम प्रबंधन

"राजेश जी, आपने बहुत सुंदर और सरल भाषा में नवगीत की सटीक व्याख्या की है। कथ्य हमेशा व…"

कल्पना रामानी replied May 14, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"बहुत सुंदर पंक्तियाँ...वाह!! आज सबसे पहले सकारात्मक सोच की ही आवश्यकता है...जो लिखा…"

कल्पना रामानी replied May 8, 2013 to नवगीत ( एक परिचर्चा)

123 Nov 10, 2014
Reply by Rahul Dangi Panchal

सदस्य टीम प्रबंधन

"मात्रा गिराना कहकर  हम भारतीय छंद शास्त्र के साथ अन्याय नहीं कर सकते, हमें अपनी संस्…"

कल्पना रामानी replied May 8, 2013 to दुर्मिल सवैया [दुर्मिल सवैया = सगण X 8]

27 May 8, 2013
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"आ॰ सौरभ जी, आपका कथन बिलकुल स्पष्ट है, मेरी यही दुविधा है कि आंचलिक शब्दों का प्रयोग…"

कल्पना रामानी replied May 8, 2013 to दुर्मिल सवैया [दुर्मिल सवैया = सगण X 8]

27 May 8, 2013
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"एक पंक्ति कॉपी करने से सारे शब्दों ने रंग बदल लिया।"

कल्पना रामानी replied May 7, 2013 to दुर्मिल सवैया [दुर्मिल सवैया = सगण X 8]

27 May 8, 2013
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"आ॰ सौरभ जी मैं अपनी बात शायद ठीक से नहीं रख पाई। यही उदाहरण मैंने देखा था जहां अब गौ…"

कल्पना रामानी replied May 7, 2013 to दुर्मिल सवैया [दुर्मिल सवैया = सगण X 8]

27 May 8, 2013
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"बिलकुल सच कहा शशि जी, मैं इसे भी अन्य समूहों जैसा ही मानकर चल रही थी, लेकिन यह तो ज्…"

कल्पना रामानी replied May 7, 2013 to दुर्मिल सवैया [दुर्मिल सवैया = सगण X 8]

27 May 8, 2013
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"और मुझे लगता है, मात्राओं में गुरु को लघु रूप में उच्चारित  करने या गिनने का नियम गज…"

कल्पना रामानी replied May 7, 2013 to दुर्मिल सवैया [दुर्मिल सवैया = सगण X 8]

27 May 8, 2013
Reply by Saurabh Pandey

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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कह-मुकरी * प्रश्न नया नित जुड़ता जाए। एक नहीं वह हल कर पाए। थक-हार गया वह खेल जुआ। क्या सखि साजन?…"
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pratibha pande replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कभी इधर है कभी उधर है भाती कभी न एक डगर है इसने कब किसकी है मानी क्या सखि साजन? नहीं जवानी __ खींच-…"
15 hours ago

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"आदरणीय तमाम जी, आपने भी सर्वथा उचित बातें कीं। मैं अवश्य ही साहित्य को और अच्छे ढंग से पढ़ने का…"
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Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
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Sushil Sarna replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"कह मुकरियाँ .... जीवन तो है अजब पहेली सपनों से ये हरदम खेली इसको कोई समझ न पाया ऐ सखि साजन? ना सखि…"
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अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
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Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"  कह मुकरियां :       (1) क्या बढ़िया सुकून मिलता था शायद  वो  मिजाज…"
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"रात दिवस केवल भरमाए। सपनों में भी खूब सताए। उसके कारण पीड़ित मन। क्या सखि साजन! नहीं उलझन। सोच समझ…"
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Aazi Tamaam posted blog posts
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Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"बहुत खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई लक्ष्मण सिंह 'मुसाफिर' साहब! हार्दिक बधाई आपको !"
Thursday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय मिथिलेश भाई, रचनाओं पर आपकी आमद रचनाकर्म के प्रति आश्वस्त करती है.  लिखा-कहा समीचीन और…"
Wednesday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आदरणीय सौरभ सर, गाली की रदीफ और ये काफिया। क्या ही खूब ग़ज़ल कही है। इस शानदार प्रस्तुति हेतु…"
Tuesday

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