For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

केसे पूछीं के बतलाई आइल कवन ज़माना, हौले-हौले मरदा बोले डांट के बोले जनाना.
बाल कटाके लट बिखराके झट से गोरी पैंट चढ़ावे, काला चश्मा नाक के ऊपर हाथ में काला पर्स झुलावे.
एड़ीवाला सेंडिल पहिन के स्कूटर के किक लगावे, जाते- जाते मरद के भइया चावल -दाल के नाप बतावे.
जोरू दफ्तर घर -घर में चुल्हा फूंके मरदाना, केसे पूछीं------------------------------------------------------------
शहर से पढ़के बबुआ अइलन गाँव में आपन रंग देखवलन, हाथ नचाके पैर घुमाके मुंह बिचाकाके रैप सुनवलन.
खाला -उंचा गोड़ परल त मुंह के बल बबुआ गिर गइलन, देख के इनकर रंग- ढंग गाँव के लोग दंग रह गइलन.
दाँत त अइसे टुटल जइसे फुटेला बीजदाना, केसे पूछीं -----------------------------------------------------------------
प्यार में प्रेमी कान में कहलन सुन दिलवरजानी, तू ही हमरा मन के देवी तू ही मन के रानी.
धड़केला इ दिल बस सुनके गोरी तोहरे नाम , ना आवे एतबार त सुन ल गोरी लगाके कान.
दिल छोड़ देवी जेब में झांके देखे बदे खज़ाना, केसे पूछीं ---------------------------------------------------------------
बुढ़वा ढिबरी बार के पढ़े बचवा नाक बजावे, देखिह बाबू आँख न लागे रही-रही के धमकावे.
इम्तहान में देखिके परचा बचवा नीचे झांके, दउड़ - दउड़ चिट फेंके बुढ़वा कुक्कुर लेखा हांफे.
बाप चुकावे मापतपुरी बेटा के जुरमाना, केसे पूछीं ----------------------------------------------------------------------
गीतकार - सतीश मापतपुरी
मोबाइल - 9334414611

Views: 620

Replies to This Discussion

हेतना बरियार रचना पढ़ मन हरिहर हो गइल भाई, बहुत दिन बाद अईसन बवाली रचना भोजपुरी मे आइल बा, वाह भाई मापतपुरी जी रौवा त गरदा उड़ा दिहनी , अब हम केसे पूछी ? जय हो !
सतीश जी । बहुत नीमन रचना बा । खूब धमाके दार ।

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Euphonic Amit and अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी are now friends
3 hours ago
Euphonic Amit replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167
"ग़ज़ल ~2122 1122 1122 22/112 तोड़ कर दर्द की दीवार वो बाहर निकला  दिल-ए-मुज़्तर से मिरे एक…"
3 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक ..रिश्ते
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे रचे हैं। हार्दिक बधाई।"
Tuesday
Sushil Sarna posted blog posts
Sunday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-167

परम आत्मीय स्वजन,ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 167 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है ।इस बार का…See More
Saturday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"यूॅं छू ले आसमाॅं (लघुकथा): "तुम हर रोज़ रिश्तेदार और रिश्ते-नातों का रोना रोते हो? कितनी बार…"
Apr 30
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-109 (सियासत)
"स्वागतम"
Apr 29
Vikram Motegi is now a member of Open Books Online
Apr 28
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .पुष्प - अलि

दोहा पंचक. . . . पुष्प -अलिगंध चुराने आ गए, कलियों के चितचोर । कली -कली से प्रेम की, अलिकुल बाँधे…See More
Apr 28
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आदरणीय दयाराम मेठानी जी आदाब, ग़ज़ल पर आपकी आमद और हौसला अफ़ज़ाई का तह-ए-दिल से शुक्रिया।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई दयाराम जी, सादर आभार।"
Apr 27
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-166
"आ. भाई संजय जी हार्दिक आभार।"
Apr 27

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service