For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार का एक वर्ष का सफ़र : कैसा रहा आपका अनुभव..

साथियों !

सबसे पहले मैं आप सभी को बहुत बहुत बधाई देना चाहता हूँ आपका अपना OBO परिवार एक वर्ष का सफ़र सफलता पूर्वक तय कर लिया है, इस परिवार के साथ आपका अनुभव कैसा रहा यह आप यहाँ लिख सकते है ताकि हमें भी जानकारी प्राप्त हो सके कि क्या चाहते है हमारे प्रिय सदस्य |

इस वर्ष हेतु योजना तैयार करने में आपके अनुभव और टिप्पणी सहायक सिद्ध हो सकते है, OBO प्रबंधन समूह सदैव आपके विचारों का स्वागत करता रहा है और आगे भी करता रहेगा |

 

आपका अपना ही

एडमिन

ओपन बुक्स ऑनलाइन

Views: 1792

Reply to This

Replies to This Discussion

सभी को हार्दिक बधाई

 

वार्षिकोत्सव की क्या व्यवस्था है ? :)

पास बैठों को तो खिलाते हो

दूर बैठों के दिल जलाते हो।

आप भी लीजिये हुजुर, बिना दात वालों के लिए खास बनवाई है :-)

एक कटोरा गुलाबजामुन, एक कटोरा रसगुल्ला

भाई वाह जी भाई वाह.. मीठा-मीठा भल्ला 

रसगुल्ले का मधुर हास

मीठा-मीठा उज्ज्वल उज्ज्वल 

लहराता परिहास खास.. रसगुल्ले का मधुर हास.

 

वर्षगाँठ की पार्टी बधाई हो.

शुभकामनाओं सहित ...

 

मुझे ओबो में जुड़े करीब ९ महीने हुवे, लेकिन जितना अपनापन इस साईट  पर मिला उतना किसी भी सोसल नेट वोर्किंग साईट पर नहीं मिला| मुझे आशा नहीं पूर्ण विश्वाश है की हमारा ओबो ऐसे ही तरक्की करता रहेगा|
जय OBO
आशीष जी , OBO एक साईट ही नहीं यह तो हम सबका परिवार है , भाव व्यक्त करने हेतु धन्यवाद |

ओ.बी.ओ. की प्रथम वर्षगाँठ पर हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं !  इस दौरान आयोजित किए गए विविध आयोजन तरही और इवेंट से इस मंच ने समृद्धि की ऊँचाइयों को छुआ है | यद्यपि चाह कर भी मैं इन आयोजनो में अधिक सक्रियता से भाग नहीं ले पाई । फिर भी यहाँ नए नए साहित्यकारों की रचनाये पढकर निश्चय ही लिखने और साहित्य को समझ सकने की ‌‍क्षमता में वृद्धि हुई है । साईट के सभी सदस्यों सहित पूरी टीम को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाये !   

नीलम जी , बहुत बहुत धन्यवाद सराहना हेतु , आप सबका स्नेह इसी तरह मिलते रहना चाहिए, भविष्य में बहुत कुछ करने की योजना है |

फायलातुन् (2122) की आवृत्ति से बनने बह्र-ए-रमल में लीजिये मेरे भाव:

शब्‍द मुझको कुछ प्रयोगों में बहुत अभिनव मिले हैं

शायरी और काव्‍य के अनुपम कई उत्‍सव मिले हैं।

देर से आया मगर, क्‍या पा सका मैं क्‍या बताऊँ

कुछ नये लोगों से(स) परिचय, कुछ नये अनुभव मिले हैं।

धन्यवाद तिलक जी |

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Dr. Vijai Shanker commented on Dr. Vijai Shanker's blog post सत्य और झूठ -- डॉ० विजय शंकर
"आदरणीय सुशील सरना जी , रचना आपको पसंद आयी , आभार , प्रशस्ति के लिए ह्रदय से धन्यवाद , सादर।"
1 minute ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 149 in the group चित्र से काव्य तक
"आपके मत से पूर्णतः सहमत हूँ"
4 hours ago
Chetan Prakash posted a blog post

एक और ग़जल ः

2121 2122 2122 212ढूढ़ ले हबीब कोई ज़िन्दगी तो हो सकेसाथ हो नसीब कोई ज़िन्दगी तो हो सकेछोड़ देता…See More
5 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 149 in the group चित्र से काव्य तक
"कुण्डलिया छंदः आई घड़ी.. चुनाव की, जनता आती याद । कमियाँ जो शासन रहीं, पूरी हों फरियाद ।। पूरी…"
6 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 149 in the group चित्र से काव्य तक
"आ. भाई अजय जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त चित्र को उद्घाटित करती सार्थक रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
10 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 149 in the group चित्र से काव्य तक
"उम्मीदों को पाल कर, पहुँचे थे कॉलेज, सोचा था होगी यहाँ, वंडरफुल नॉलेज। वंडरफ़ुल नॉलेज, मगर क्या हुआ…"
17 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 149 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ जी, मेरा विचार कहता है कि रचनाकारों को चित्र के साथ साथ नये छंद सीखने और रचने की…"
17 hours ago
लक्ष्मण रामानुज लडीवाला replied to लक्ष्मण रामानुज लडीवाला's discussion ईश अंश अजर अमर है
"सभी को सादर प्रणाम ।"
19 hours ago
लक्ष्मण रामानुज लडीवाला posted a discussion

ईश अंश अजर अमर है

ईश अंश ही अजर अमर है=================शास्वत सत्य सनातन जानो, ईश-अंश ही अजर-अमर है ।शेष सभी जीवों का…See More
20 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 149 in the group चित्र से काव्य तक
"सादर अभिवादन, आ. भाई सौरभ जी। निजी व्यस्तताओं के कारण अवसर नहीं मिला। जल्दबाजी में कुछ प्रयास कर…"
23 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 149 in the group चित्र से काव्य तक
"शिक्षा जन की व्यर्थ सी, मिले नहीं जब काम। विज्ञापित  करतीं   भले, सरकारें …"
23 hours ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 149 in the group चित्र से काव्य तक
"दोहा छंद करने वाले रो रहे, मुश्किल बढ़ीं हजार । नाकारा वो मस्त है, बैठे मौज.. बहार ।। बाँट…"
yesterday

© 2023   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service