For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

amod shrivastav (bindouri)'s Discussions (30)

Discussions Replied To (26) Replies Latest Activity

"आदरणीय आसिफ़ भाई साहब कमाल है ..बहुत खूब   हार्दिक बधाई"

amod shrivastav (bindouri) replied Jul 26, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-109

305 Jul 27, 2019
Reply by Samar kabeer

"आद लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' भाई जी स्नेहिल टिप्पणी के लिए आभार"

amod shrivastav (bindouri) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

"आद समर दादा प्रणाम मार्गदर्शन के लिए शुक्रिया"

amod shrivastav (bindouri) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

"आद अंजलि दी प्रणाम बढ़िया गजल हुई है बधाई"

amod shrivastav (bindouri) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

"आद राजेश कुमारी माता जी प्रणाम माता जी रचना के लिए बधाई खूबसूरत गजल कही है" जिसका दि…"

amod shrivastav (bindouri) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

"आद Tasdiq Ahmed Khan भाई जी प्रणाम गजल के लिए हार्दिक बधाई , अच्छी रचना हुई है सर मु…"

amod shrivastav (bindouri) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

"आद अमित भाई जी प्रणाम कहते हैं जब फन होता है तो शब्द भी इठलाते खिलखिलाते है। बहुत खू…"

amod shrivastav (bindouri) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

"आद पंकज भाई जी प्रणाम गजल के लिए आप को बधाई वाह खूब सूरत रचना कही नमन"

amod shrivastav (bindouri) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

"आद लक्षमण भाई जी प्रणाम तरही गजल के लिए आप को बधाई अच्छी रचना कही है नमन"

amod shrivastav (bindouri) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

"बहर :- 22-22-22-22-22-2 तुम हो शातिर तुमको ऐसा लगता है ।।मेरी ओर से भी दरवाजा लगता ह…"

amod shrivastav (bindouri) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"आदरणीय नीलेश भाई,  आपकी इस प्रस्तुति के भी शेर अत्यंत प्रभावी बन पड़े हैं. हार्दिक बधाइयाँ…"
14 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"साथियों से मिले सुझावों के मद्दे-नज़र ग़ज़ल में परिवर्तन किया है। कृपया देखिएगा।  बड़े अनोखे…"
14 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. अजय जी ...जिस्म और रूह के सम्बन्ध में रूह को किसलिए तैयार किया जाता है यह ज़रा सा फ़लसफ़ा…"
15 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"मुशायरे की ही भाँति अच्छी ग़ज़ल हुई है भाई नीलेश जी। मतला बहुत अच्छा लगा। अन्य शेर भी शानदार हुए…"
15 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post उस मुसाफिर के पाँव मत बाँधो - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपकी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद और बधाइयाँ.  वैसे, कुछ मिसरों को लेकर…"
16 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"हार्दिक आभार आदरणीय रवि शुक्ला जी। आपकी और नीलेश जी की बातों का संज्ञान लेकर ग़ज़ल में सुधार का…"
16 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"ग़ज़ल पर आने और अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए आभार भाई नीलेश जी"
16 hours ago
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है)
"अपने प्रेरक शब्दों से उत्साहवर्धन करने के लिए आभार आदरणीय सौरभ जी। आप ने न केवल समालोचनात्मक…"
16 hours ago
Jaihind Raipuri is now a member of Open Books Online
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Ashok Kumar Raktale's blog post ठहरा यह जीवन
"आदरणीय अशोक भाईजी,आपकी गीत-प्रस्तुति के लिए हार्दिक बधाइयाँ  एक एकाकी-जीवन का बहुत ही मार्मिक…"
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. रवि जी "
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - आँखों की बीनाई जैसा
"स्वागत है आ. रवि जी "
yesterday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service