For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani's Discussions (1,015)

Discussions Replied To (1003) Replies Latest Activity

प्रधान संपादक

"प्रतीकों के माध्यम से पुस्तकालय की शतरंज वास्तव में अद्भुत है| विषय को सार्थक करती इ…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"धन और कुर्सी की लालसा जो कराये वो कम है| लालच के वशीभूत होकर जैसे पांडवों ने अपनी द्…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"आदरणीय राजेन्द्र कुमार जी भाई जी, रचना में जो सन्देश है वो न केवल गूढ़ है बल्कि सच भी…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"केवल आरक्षित वर्ग की होने के कारण मिले सम्मान से सम्मान देने वाले के लिये कितने नये…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"रिश्वत के खेल में चोर चोर मौसेरे भाई तो होते हैं लेकिन सच में कई बार प्यादा भी राजा…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"राजनीती का सच, काम करवा कर लात मार देना | सार्थक रचना हेतु सादर बधाई प्रेषित है आदरण…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"शतरंज की चालों तरह जीवन में कोई भी खेल खेलते समय अपनी स्थिति को अवश्य देख लेना चाहिय…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

""मौकापरस्त मोहरे"   वह तो रोज़ की तरह ही नींद से जागा था, लेकिन देखा कि उसके द्वारा र…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"शह और मात दोनों ही दे दी, कब तक ताऊ जी अपना मुंह छिपाये रहेंगे? जीवन की चालों  को ना…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"तारीफों के पुल बाँध कर मूर्ख बनाने की कला अब वास्तव में पुरानी हो गयी है, फिर भी कई…"

Dr. Chandresh Kumar Chhatlani replied Oct 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-7 (विषय: शतरंज)

1332 Nov 1, 2015
Reply by Saurabh Pandey

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर आपने सर्वोत्तम रचना लिख कर मेरी आकांक्षा…"
9 minutes ago
Chetan Prakash replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे... आँख मिचौली भवन भरे, पढ़ते   खाते    साथ । चुराते…"
42 minutes ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"माता - पिता की छाँव में चिन्ता से दूर थेशैतानियों को गाँव में हम ही तो शूर थे।।*लेकिन सजग थे पीर न…"
3 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे सखा, रह रह आए याद। करते थे सब काम हम, ओबीओ के बाद।। रे भैया ओबीओ के बाद। वो भी…"
6 hours ago
Admin replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"स्वागतम"
18 hours ago
धर्मेन्द्र कुमार सिंह posted a blog post

देवता चिल्लाने लगे हैं (कविता)

पहले देवता फुसफुसाते थेउनके अस्पष्ट स्वर कानों में नहीं, आत्मा में गूँजते थेवहाँ से रिसकर कभी…See More
20 hours ago
धर्मेन्द्र कुमार सिंह commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post देश की बदक़िस्मती थी चार व्यापारी मिले (ग़ज़ल)
"बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय,  मिथिलेश वामनकर जी एवं आदरणीय  लक्ष्मण धामी…"
21 hours ago
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-185

परम आत्मीय स्वजन, ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरे के 185 वें अंक में आपका हार्दिक स्वागत है | इस बार का…See More
Wednesday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 173

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कौन क्या कहता नहीं अब कान देते // सौरभ
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, प्रस्तुति पर आपसे मिली शुभकामनाओं के लिए हार्दिक धन्यवाद ..  सादर"
Wednesday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

आदमी क्या आदमी को जानता है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२१२२/२१२२/२१२२ कर तरक्की जो सभा में बोलता है बाँध पाँवो को वही छिप रोकता है।। * देवता जिस को…See More
Tuesday
Admin posted a discussion

"ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180

आदरणीय साहित्य प्रेमियो, जैसाकि आप सभी को ज्ञात ही है, महा-उत्सव आयोजन दरअसल रचनाकारों, विशेषकर…See More
Monday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service