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ASHFAQ ALI (Gulshan khairabadi)'s Discussions (202)

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"आप का बहुत बहुत शुक्रिया"

ASHFAQ ALI (Gulshan khairabadi) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
Reply by Samar kabeer

"आप का बहुत बहुत शुक्रिया"

ASHFAQ ALI (Gulshan khairabadi) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
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" आप का बहुत बहुत शुक्रिया"

ASHFAQ ALI (Gulshan khairabadi) replied May 24, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107

315 May 25, 2019
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"आपका बहुत बहुत शुक्रिया"

ASHFAQ ALI (Gulshan khairabadi) replied Jan 26, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
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"आपका बहुत बहुत शुक्रिया"

ASHFAQ ALI (Gulshan khairabadi) replied Jan 26, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
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"आपका बहुत बहुत शुक्रिया"

ASHFAQ ALI (Gulshan khairabadi) replied Jan 26, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
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"आपका बहुत बहुत शुक्रिया"

ASHFAQ ALI (Gulshan khairabadi) replied Jan 26, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
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"आपका बहुत बहुत शुक्रिया"

ASHFAQ ALI (Gulshan khairabadi) replied Jan 26, 2019 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-103

690 Jan 26, 2019
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"आपका बहुत बहुत शुक्रिया"

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690 Jan 26, 2019
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"आपका बहुत बहुत शुक्रिया"

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690 Jan 26, 2019
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Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
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Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
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Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
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4 hours ago
Nilesh Shevgaonkar replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"221 1221 1221 122**भटके हैं सभी, राह दिखाने के लिए आइन्सान को इन्सान बनाने के लिए आ।१।*धरती पे…"
8 hours ago
Tilak Raj Kapoor replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"ग़ज़ल अच्छी है, लेकिन कुछ बारीकियों पर ध्यान देना ज़रूरी है। बस उनकी बात है। ये तर्क-ए-तअल्लुक भी…"
13 hours ago
Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-182
"२२१ १२२१ १२२१ १२२ ये तर्क-ए-तअल्लुक भी मिटाने के लिये आ मैं ग़ैर हूँ तो ग़ैर जताने के लिये…"
15 hours ago

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गिरिराज भंडारी posted a blog post

ग़ज़ल - चली आयी है मिलने फिर किधर से ( गिरिराज भंडारी )

चली आयी है मिलने फिर किधर से१२२२   १२२२    १२२जो बच्चे दूर हैं माँ –बाप – घर सेवो पत्ते गिर चुके…See More
16 hours ago

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