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सालिक गणवीर's Discussions (607)

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"आदरणीय भाई Naveen Mani Tripathi जी सादर अभिवादनएक शानदार तरही ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद क़…"

सालिक गणवीर replied Jan 22, 2021 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-127

268 Jan 23, 2021
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय भाई Dayaram Methani जीसादर अभिवादनग़ज़ल पर आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई के हार्दि…"

सालिक गणवीर replied Jan 22, 2021 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-127

268 Jan 23, 2021
Reply by Samar kabeer

"आदरणीय भाई लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' जी सादर अभिवादनएक शानदार तरही ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद…"

सालिक गणवीर replied Jan 22, 2021 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-127

268 Jan 23, 2021
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"आदरणीय भाई Sanjay Shukla  जी सादर अभिवादनएक शानदार तरही ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद क़ुबूल क…"

सालिक गणवीर replied Jan 22, 2021 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-127

268 Jan 23, 2021
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"आदरणीया ऋचा यादव जी सादर अभिवादनएक शानदार तरही ग़ज़ल के लिए मुबारकबाद क़ुबूल करें"

सालिक गणवीर replied Jan 22, 2021 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-127

268 Jan 23, 2021
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"भाई लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' जी सादर अभिवादन ग़ज़ल पर आपकी शिर्कत और हौसला अफज़ाई के हार्…"

सालिक गणवीर replied Jan 22, 2021 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-127

268 Jan 23, 2021
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"2122 1122 1122 22/112 जब महब्बत की तेरे सामने रूस्वाई होये दुआ है न वहाँ कोई तमाशा…"

सालिक गणवीर replied Jan 22, 2021 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-127

268 Jan 23, 2021
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"आदरणीय भाई Tasdiq Ahmed Khan जीसादर अभिवादन ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिती और सराहना के लिए ह्…"

सालिक गणवीर replied Dec 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-126

267 Dec 26, 2020
Reply by Samar kabeer

"आदरणीया  Dimple Sharma  जीसादर अभिवादन ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिती और सराहना के लिए ह्रदय स…"

सालिक गणवीर replied Dec 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-126

267 Dec 26, 2020
Reply by Samar kabeer

"  प्रिय भाई  Abrar Ahmed' जीसादर अभिवादन ग़ज़ल पर आपकी उपस्थिती और सराहना के लिए ह्रदय…"

सालिक गणवीर replied Dec 26, 2020 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-126

267 Dec 26, 2020
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"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, आपसे मिले अनुमोदन हेतु आभार"
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"मुस्काए दोस्त हम सुकून आली संस्कार आज फिर दिखा गाली   वाहहह क्या खूब  ग़ज़ल '…"
18 hours ago
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दोहा दशम्. . . . . गुरु

दोहा दशम्. . . . गुरुशिक्षक शिल्पी आज को, देता नव आकार । नव युग के हर स्वप्न को, करता वह साकार…See More
23 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२२१/२१२१/१२२१/२१२ ***** जिनकी ज़बाँ से सुनते  हैं गहना ज़मीर है हमको उन्हीं की आँखों में पढ़ना ज़मीर…See More
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन एवं स्नेह के लिए आभार। आपका स्नेहाशीष…"
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दोहा सप्तक. . . नजर

नजरें मंडी हो गईं, नजर हुई  लाचार । नजरों में ही बिक गया, एक जिस्म सौ बार ।। नजरों से छुपता…See More
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"आपको प्रयास सार्थक लगा, इस हेतु हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय लक्ष्मण धामी जी. "
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Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से अलंकृत करने का दिल से आभार आदरणीय । बहुत…"
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Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post बाल बच्चो को आँगन मिले सोचकर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"
"छोटी बह्र  में खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई 'मुसाफिर'  ! " दे गए अश्क सीलन…"
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Chetan Prakash commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"अच्छा दोहा  सप्तक रचा, आपने, सुशील सरना जी! लेकिन  पहले दोहे का पहला सम चरण संशोधन का…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। सुंदर, सार्थक और वर्मतमान राजनीनीतिक परिप्रेक्ष में समसामयिक रचना हुई…"
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Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . नजर

नजरें मंडी हो गईं, नजर हुई  लाचार । नजरों में ही बिक गया, एक जिस्म सौ बार ।। नजरों से छुपता…See More
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