For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

दिनेश कुमार's Discussions (883)

Discussions Replied To (834) Replies Latest Activity

"वैसे बड़ों के बीच बोलना अशोभनीय होता है, फिर भी मुआफ़ी के साथ कहूँगा कि मेरा मत आ. निल…"

दिनेश कुमार replied May 25, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-95

166 May 26, 2018
Reply by Samar kabeer

"उम्दा ग़ज़ल के लिये हार्दिक दाद। मक़्ते पर विशेष। वाह वाह"

दिनेश कुमार replied May 25, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-95

166 May 26, 2018
Reply by Samar kabeer

"किस क़दर रक़्सां है इन्सान, तमाशा देखो फ़ानी दुनिया में तमन्नाओं का जल्वा देखो ख़ुद के…"

दिनेश कुमार replied May 25, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-95

166 May 26, 2018
Reply by Samar kabeer

"सटीक चित्रण हुआ है वास्तविकता का। आ. निलेश सर, बढ़िया है।"

दिनेश कुमार replied Apr 30, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-37 (विषय: भारत)

286 Apr 30, 2018
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

सदस्य टीम प्रबंधन

"बहुत बहुत मुबारक आदरणीय राणा साहब। बुलेट ट्रेन से भी तेज़। बधाई।"

दिनेश कुमार replied Apr 29, 2018 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-94 सभी ग़ज़लों का संकलन (चिन्हित मिसरों के साथ)

16 May 7, 2018
Reply by Manan Kumar singh

"वाह वाह वाह आदरणीय समर साहब। पढ़ कर लुत्फ़ आ गया। मतला ता मक़्ता, ज़बरदस्त। पूरी ग़ज़ल ही…"

दिनेश कुमार replied Nov 24, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-89

369 Nov 25, 2017
Reply by Amit Kumar "Amit"

"तहे दिल से शुक्रिया आप का आ. गजेन्द्र जी। इनायत"

दिनेश कुमार replied Oct 28, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"बड़ी नवाज़िश आ. अजय साहब। दिली शुक्रिया आपका।"

दिनेश कुमार replied Oct 28, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"मृगतृष्णा का पिंजरा तोड़ के, इन्साँ बाहर आए तो कस्तूरी भी हासिल होगी ख़ुद में गहरे जाए…"

दिनेश कुमार replied Oct 28, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

"आदरणीय निलेश सर जी। मतला ता आख़िर हर शेर पर दिल से वाह वाह निकली। बहुत शानदार ग़ज़ल बन…"

दिनेश कुमार replied Oct 27, 2017 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-88

498 Oct 28, 2017
Reply by surender insan

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
Sunday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
Sunday
Ravi Shukla commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश जी सबसे पहले तो इस उम्दा गजल के लिए आपको मैं शेर दर शेरों बधाई देता हूं आदरणीय सौरभ…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service