For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

आप अपना बिचार दे क्या बापू के सोच के हिसाब से हम चल रहे हैं ,

आप अपना बिचार दे क्या बापू के सोच के हिसाब से हम चल रहे हैं , बापू ने अपना सुखमय जीवन देश पे समर्पित कर दी , और उन्हें क्या मिला गोली और हम उनके सपना को तार तार कर दिए ,
बापू के आज हैं जनम दिन ,
देख के हालत देश का ,
मन से आई आवाज ,
दिल तरप कर बोला ,
कही बम चले कही गोली ,
कोई खेले खून की होली ,
स्वर्ग में बैठे बापू देखे ,
हिंद में ये क्या हो रहा हैं ,
ऐसा सोचा न था ,
ऐसा सोचा न था ,

Views: 771

Reply to This

Replies to This Discussion

सर्वप्रथम तो ओपन बुक्स ऑनलाइन के मंच से इस चर्चा को शुरू करने के लिये आपका आभार, आज बापू के जन्म दिवस के अवसर पर यह विचारणीय विषय है कि क्या हम बापू द्वारा बताये रास्ते पर चल पा रहे है ? गुरु जी चुकी प्रथम आपने ही चर्चा कि शुरुआत करी है इसलिये सबसे पहले आप का मंतव्य आपेक्षित है |
बापू ने सत्य अहिंसा के राह पर चल कर देश की आजादी की कामना की और पूर्णतया सफल भी हुए , इनके बिपरीत नेता जी , आजाद , भगत सिंह इत्यादि देश भक्तो को नहीं भुला जा सकता मगर गाँधी जी ने जो रास्ता अपनाया अपना सब कुछ छोर कर देश हित में धोती धारण कर लिए , यह तक की समय के अनुरूप आचरण किये , उन्ही के नाम लेकर चलने वाली पार्टी कांग्रेश गाँधी जी की सोच के बिपरीत चल रही हैं , हमें मालूम हैं की हम गाँधी जी के पथ पर नहीं चल पाएंगे कारन हम ओ छमता नहीं हैं , मगर उनके आत्मा के सन्ति के लिए प्राथना तो कर सकते हैं " रघु पति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम जय रघु नंदन जय घनश्याम मुरली मनोहर राधे श्याम " अगर कुछ गलत लिखा होऊ तो माफ़ी चाहते हुए नमस्कार ,
bhayee achy khyaalaat hai ...


बाद मरने के जन्मदिन क्या मने
कोई मा फिर से ना क्यूं बापू जने
dhanyabad

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी "
18 hours ago
नाथ सोनांचली commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post नूतन वर्ष
"आद0 सुरेश कल्याण जी सादर अभिवादन। बढ़िया भावभियक्ति हुई है। वाकई में समय बदल रहा है, लेकिन बदलना तो…"
yesterday
नाथ सोनांचली commented on आशीष यादव's blog post जाने तुमको क्या क्या कहता
"आद0 आशीष यादव जी सादर अभिवादन। बढ़िया श्रृंगार की रचना हुई है"
yesterday
नाथ सोनांचली commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post मकर संक्रांति
"बढ़िया है"
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

मकर संक्रांति

मकर संक्रांति -----------------प्रकृति में परिवर्तन की शुरुआतसूरज का दक्षिण से उत्तरायण गमनहोता…See More
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

नए साल में - गजल -लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'

पूछ सुख का पता फिर नए साल में एक निर्धन  चला  फिर नए साल में।१। * फिर वही रोग  संकट  वही दुश्मनी…See More
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post नूतन वर्ष
"बहुत बहुत आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी "
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .
"आ. भाई सुशील जी, सादर अभिवादन। अच्छे दोहे हुए हैं। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-170
"आ. भाई अखिलेश जी, सादर अभिवादन। दोहों पर मनोहारी प्रतिक्रिया के लिए हार्दिक आभार।"
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-170
"सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय जी "
Sunday
Sushil Sarna replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-170
"सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी , सहमत - मौन मधुर झंकार  "
Sunday
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-170
"इस प्रस्तुति पर  हार्दिक बधाई, आदरणीय सुशील  भाईजी|"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service