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ना रोये देबेलन ,
ना हसही देबेलन ,
मन के माफिक इ ,
ना चले देबेलन ,
कलह तक रहे मन में ,
देश के खातिर जिआब ,
चल देनी सीना ठोकी ,
देश के सेवा करब ,
एड देखनी पढ़ के भरनी ,
आ गइल हमारो बुलावा ,
दौड़ में हम पास होगइनी ,
गर्व से सीना फुलवानी ,
हमरा के एक घुरलन ,
लगे आके हमसे पूछलन ,
के भेजले बा तोहके भाई ,
हम डट के बोलनी उनसे ,
कोई नइखे हमरा ऊपर ,
बोललन चला बगल में आव ,
आगे आपन हाथ बढ़ाव ,
इ धागा हम बांघत बानी ,
जाके तुहू सर के दिखाइहा ,
हो जाइ नौकरी तोहर ,
एक लाख हमरा के दिह ,
मन में उठाल ज्वाला भरी ,
मन कइलस करी बहिन महतारी ,
आज हिंद के इ गति बा ,
गरीबन के जिए ना दी लोग ,
इ दलाल हमनी के ,
ना रोये देबेलन ,
ना हसही देबेलन ,

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Replies to This Discussion

bahut khub kamal ke likhale bani
रौआ जब भी कुछ लिखिला हम सबसे पहीले राउर ब्लॉग ही पढ़िला .कहे से की रौआ कविता मे कुछ अलग ही स्वाद रहेला .हमरा समझ से त रौआ आपन
मॅन के भाव पूरा -पूरा कलम के मध्यम से उतार डीहिना
dhanyabad pathak ji
Ravi ji, ek se ek badh ke vishay raura uthayele aa oh par etana niman se pakad bana ke apan baat kah jayile. Hum ta raura ehi baat ke kayal bani. Bahut badhiya rachna........

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Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"जय हो.. "
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"वाह .. एक पर एक .. जय हो..  सहभागिता हेतु आपका हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय अशोक…"
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"क्या बात है, आदरणीय अशोक भाईजी, क्या बात है !!  मैं अभी समयाभाव के कारण इतना ही कह पा रहा हूँ.…"
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"आदरणीया प्रतिभा जी, आपकी प्रस्तुतियों पर विद्वद्जनों ने अपनी बातें रखी हैं उनका संज्ञान लीजिएगा.…"
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"आदरणीय सुशील सरना जी, आपकी सहभागिता के लि हार्दिक आभार और बधाइयाँ  कृपया आदरणीय अशोक भाई के…"
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"आदरणीय अखिलेश भाई साहब, आपकी प्रस्तुतियाँ तनिक और गेयता की मांग कर रही हैं. विश्वास है, आप मेरे…"
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"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, इस विधा पर आपका अभ्यास श्लाघनीय है. किंतु आपकी प्रस्तुतियाँ प्रदत्त चित्र…"
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Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय मिथिलेश भाईजी, आपकी कहमुकरियों ने मोह लिया.  मैंने इन्हें शमयानुसार देख लिया था…"
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव जी सादर, प्रस्तुत मुकरियों की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार.…"
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"   आदरणीय मिथिलेश जी सादर, प्रस्तुत मुकरियों पर उत्साहवर्धन के लिए आपका हृदय से आभार.…"
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Ashok Kumar Raktale replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रस्तुत मुकरियों की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार. सादर "
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