For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

बढ़ रहा दर्द है औ दवा कुछ नहीं/सतविन्द्र कुमार राणा

212 212 212 212
बढ़ रहा दर्द है औ दवा कुछ नहीं
फिर भी होठों पे तेरे दुआ कुछ नहीं।

मर मिटा एक मुफ़लिस किसी शौक से
पर अमीरी नजर में हुआ कुछ नहीं।

हौंसलों से बनें काम सब जान लो
बुज़दिली से कभी तो बना कुछ नहीं।

बस तग़ाफ़ुल तेरा है बड़ा कीमती
इश्क से वास्ता अब रहा कुछ नहीं।

काम आलिम का होता बड़ा साथियो
सीखना उन बिना तो हुआ कुछ नहीं।

ज्यों जिए जा रहे बढ़ रही हसरतें
*जिंदगी हसरतों के सिवा कुछ नहीं।*

हर तरफ इस कदर मच गयी खल बली
अब बड़े छोटे में फासला कुछ नहीं।

सब्र राणा हुआ धन बहुत ख़ास है
जान लो ये सभी जर बड़ा कुछ नहीं।
मौलिक एवं अप्रकाशित

Views: 930

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on December 4, 2016 at 11:25pm
आदरणीय गिरिराज सर स्नेहिल प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत आभार।यह तरही गजL ही ही है।मैं आपकी इस्लाह का ध्यान रखूँगा।सादर नमन
Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on December 4, 2016 at 11:23pm
आदरणीय विजय निकोरे सर यह स्नेह यूँ ही बना रहे!सादर हारदिक आभार!
Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on December 4, 2016 at 11:21pm
आदरणीय धर्मेंद्र सिंह जी,गजल पसन्द कर प्रोत्साहित करने के लिए बहुत बहुत आभार!
Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on December 4, 2016 at 11:20pm
आदरणीय बृजेश ब्रज जी बहुत बहुत आत्भर प्रयास की पसन्दगी और प्रोत्साहन के लिए!
Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on December 4, 2016 at 11:19pm
आदरणीय समर कबीर साहब आपकी सुख़न नवाजी के लिए तहेदिल शुक्रिया मेहरबानी!सादर नमन!
Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on December 4, 2016 at 11:18pm
आदरणीय बैजनाथ जी,आपके स्नेह और प्रोत्साहन के लिए तहेदिल शुक्रिया!
Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on December 4, 2016 at 11:17pm
आदरणीय वासुदेव अग्रवाल जी सादर नमन!यापको प्रयास पसन्द आया ,बहुत बहुत आत्भर पसन्दगी के लिए!
Comment by सतविन्द्र कुमार राणा on December 4, 2016 at 11:16pm
आदरणीय श्याम नारायण जी अनुमोदन एवं स्नेहिल प्रोत्साहन के लिए आभार।सादर

सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on November 28, 2016 at 7:21pm

आदरणीय सतविन्द्र भाई , खूबसूरत ग़ज़ल कही है आपने , दिली बधाइयाँ स्वीकार करें । तरही गज़ल कही है तो ऊपर लिख देना अच्छा होता है , ज़रूरी नही है फिर भी ।

Comment by vijay nikore on November 28, 2016 at 8:06am

खूबसूरत गज़ल के लिए बधाई

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna posted blog posts
6 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहा दसक- गाँठ
"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। दोहों पर आपकी उपस्थिति से प्रसन्नता हुई। हार्दिक आभार। विस्तार से दोष…"
Friday
Chetan Prakash commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहा दसक- गाँठ
"भाई, सुन्दर दोहे रचे आपने ! हाँ, किन्तु कहीं- कहीं व्याकरण की अशुद्धियाँ भी हैं, जैसे: ( 1 ) पहला…"
Thursday
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post दोहा सप्तक
"बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय लक्ष्मण धामी जी "
Mar 2
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post दोहा सप्तक
"आ. भाई सुरेश जी, सादर अभिवादन। सुंदर दोहे हुए हैं । हार्दिक बधाई।"
Mar 2
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"सादर नमस्कार आदरणीय।  रचनाओं पर आपकी टिप्पणियों की भी प्रतीक्षा है।"
Mar 1
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"आपका हार्दिक आभार आदरणीय उस्मानी जी।नमन।।"
Feb 28
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"आपका हार्दिक आभार आदरणीय तेजवीर सिंह जी।नमन।।"
Feb 28
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"बहुत ही भावपूर्ण रचना। शृद्धा के मेले में अबोध की लीला और वृद्धजन की पीड़ा। मेले में अवसरवादी…"
Feb 28
TEJ VEER SINGH replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"कुंभ मेला - लघुकथा - “दादाजी, मैं थक गया। अब मेरे से नहीं चला जा रहा। थोड़ी देर कहीं बैठ लो।…"
Feb 28
TEJ VEER SINGH replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"आदरणीय मनन कुमार सिंह जी, हार्दिक बधाई । उच्च पद से सेवा निवृत एक वरिष्ठ नागरिक की शेष जिंदगी की…"
Feb 28
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-119
"बढ़िया शीर्षक सहित बढ़िया रचना विषयांतर्गत। हार्दिक बधाई आदरणीय मनन कुमार सिंह जी।…"
Feb 28

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service