‘’ सच का परचम ‘’ मेरा ग़ज़ल संग्रह कल 22 फरवरी २०१४ को विमोचित हुआ | सौभाग्य रहा कि इसकी पहली प्रति बनारस में आज २३ फरवरी २०१४ को मुझे महान गांधीवादी विचारक , साहित्यकार , मनीषी आदरणीय श्री नारायण भाई देसाई जी को देने का सौभाग्य एवं अवसर मिला | धन्य हुआ जिन्होंने गाँधी को जीया ही नहीं बल्कि उन्हें बीस वर्षों तक सुना – जाना – देखा – छुआ हो उन्हें सुनना – जानना – देखना और उसके चरण स्पर्श कर पाने से लगा आज गाँधी जी और उनके विचार मेरे और करीब , मेरे और अपने हो गए | ‘’ गाँधी कथा ‘’ में प्रसंगों का वर्णन कहीं भीतर बहुत भीतर तक घर करता गया | सब कुछ सहेजा – समेटा मैंने इस जन्म और आने वाले जन्मो के लिए भी..अपने भीतर के गाँधी को और पुष्ट किया एक और लाठी ,एक और चश्मा ,एक और घडी दी अपने अंतर के गाँधी को ताकि मैं देख सकूँ समय को ..समाज को...एक नयी दृष्टि के साथ ...| २१ फरवरी से २५ फरवरी तक प्रतिदिन दोपहर २.३० बजे गांधी अध्ययन केन्द्र,काशी विद्यापीठ में गांधी कथा का आयोजन चल रहा है ।मलदहिया पर सरदार पटेल की प्रतिमा के निकट स्थित विद्यापीठ के द्वार से घुसते ही यह हॉल है।वक्ता श्री नारायण देसाई २० वर्ष गांधीजी के निकट सानिध्य में रहे हैं।अभी वे ८९ वर्ष के हैं। बनारस के नागरिकों के लिए यह सुन्दर मौका है।प्रवेश निःशुल्क है।समय से आकर स्थान ग्रहण करें। नारायण देसाई स्वातंत्र्योत्तर भारत में विनोबा और जेपी के निकट सहयोगी रहे। गुजराती भाषा के साहित्यकार के रूप में भी वे जाने जाते हैं। उनके पिता और २५ वर्षों तक गांधीजी के सचिव महादेव देसाई की जीवनी 'अग्निकुंड में खिला गुलाब' के लिए उन्हें केन्द्रीय साहित्य अकादमी तथा गांधीजी की गुजराती में जीवनी - 'मारु जीवन एज मारी वाणी' के लिए ज्ञानपीठ का मूर्तिदेवी पुरस्कार मिला था। इस सबके लिए आभार श्री अफलातून जी आपसे एवं पूज्य पिताजी श्री नारायण भाई देसाई जी से मिलकर लगा ही नहीं कि पहली बार मिल रहा हूँ | नमन है बापू तुझको भी !!
Tags:
Comment
आवश्यक सूचना:-
1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे
2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |
3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |
4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)
5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |
© 2025 Created by Admin. Powered by
महत्वपूर्ण लिंक्स :- ग़ज़ल की कक्षा ग़ज़ल की बातें ग़ज़ल से सम्बंधित शब्द और उनके अर्थ रदीफ़ काफ़िया बहर परिचय और मात्रा गणना बहर के भेद व तकतीअ
ओपन बुक्स ऑनलाइन डाट कॉम साहित्यकारों व पाठकों का एक साझा मंच है, इस मंच पर प्रकाशित सभी लेख, रचनाएँ और विचार उनकी निजी सम्पत्ति हैं जिससे सहमत होना ओबीओ प्रबन्धन के लिये आवश्यक नहीं है | लेखक या प्रबन्धन की अनुमति के बिना ओबीओ पर प्रकाशित सामग्रियों का किसी भी रूप में प्रयोग करना वर्जित है |
You need to be a member of Open Books Online to add comments!
Join Open Books Online