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Saurabh Pandey's Discussions (17,213)

Discussions Replied To (47) Replies Latest Activity

"// एक अच्छा रचनाकार जिस तरह की रचनाएँ वो करता है उन रचनाओं में ही इतना डूब जाता है क…"

Saurabh Pandey replied Aug 19, 2015 to एक कवि की दृष्टि से – अकुलाहटें मेरे मन की (महिमा श्री)

10 Aug 20, 2015
Reply by धर्मेन्द्र कुमार सिंह

सदस्य टीम प्रबंधन

"समीक्षा को उदारता से अनुमोदित करने केलिए हार्दिक धन्यवाद आदरणीय गोपाल नारायनजी.सादर…"

Saurabh Pandey replied Jul 28, 2015 to सुनो मुझे भी – जगदीश पंकज // --सौरभ

2 Jul 28, 2015
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"आदरणीय गोपाल नारायनजी, आपकी टिप्पणी से मेरी समीक्षा को बल मिला है. आदरणीय महेन्द्रभट…"

Saurabh Pandey replied Jun 29, 2015 to महेन्द्र भटनागर के नवगीत - दृष्टि और सृष्टि // --सौरभ

4 Jun 29, 2015
Reply by Saurabh Pandey

सदस्य टीम प्रबंधन

"कैसा  views ? यदि प्रतिक्रिया की पूछ रहे हैं तो इस समीक्षा पर अबतक प्रतिक्रिया नहीं…"

Saurabh Pandey replied Jun 22, 2015 to महेन्द्र भटनागर के नवगीत - दृष्टि और सृष्टि // --सौरभ

4 Jun 29, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"केदारनाथ सिंह की ’सृष्टि पर पहरा’ की पाठकीय समीक्षा भावमुग्ध कर गयी. आदरणीय गोपाल ना…"

Saurabh Pandey replied Apr 22, 2015 to ‘सृष्टि पर पहरा’ काव्य-संकलन के आइने में केदारनाथ सिंह- डा0 गोपाल नारायन श्रीवास्तव

4 Apr 27, 2015
Reply by डॉ गोपाल नारायन श्रीवास्तव

"जिस आत्मीय संलग्नता के साथ आदरणीय धर्मेन्द्रजी ने महिमा श्री की उनकी सद्यः प्रकाशित…"

Saurabh Pandey replied Apr 22, 2015 to एक कवि की दृष्टि से – अकुलाहटें मेरे मन की (महिमा श्री)

10 Aug 20, 2015
Reply by धर्मेन्द्र कुमार सिंह

सदस्य कार्यकारिणी

"’तेरे नाम का लिये आसरा’ मात्र एक किताब नहीं जिसमें ग़ज़लें हैं, बल्कि तिल-तिल जिये अनु…"

Saurabh Pandey replied Apr 22, 2015 to तेरे नाम का लिये आसरा - अनुभव एवं काव्य प्रतिभा का संग्रहणीय संकलन

4 Apr 23, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"सादर, आदरणीय "

Saurabh Pandey replied Apr 18, 2015 to नवीन सम्भावना के अन्यतम पर्याय :: राहुल देव - डा0 गोपाल नारायन श्रीवास्तव

7 Apr 18, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"मेरे सन्देश पर बनी आपकी समझ पर अब क्या कह सकता हूँ, आदरणीय ?  हाँ, यह अवश्य है कि आप…"

Saurabh Pandey replied Apr 18, 2015 to नवीन सम्भावना के अन्यतम पर्याय :: राहुल देव - डा0 गोपाल नारायन श्रीवास्तव

7 Apr 18, 2015
Reply by Saurabh Pandey

"आदरणीय गोपाल नारायनजी, बिना आपकी समीक्षा पूरी पढ़े मैंने अपनी प्रतिक्रिया नहीं दी है.…"

Saurabh Pandey replied Apr 18, 2015 to नवीन सम्भावना के अन्यतम पर्याय :: राहुल देव - डा0 गोपाल नारायन श्रीवास्तव

7 Apr 18, 2015
Reply by Saurabh Pandey

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"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभार आदरणीय"
6 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
19 hours ago
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
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"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। उत्तम गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
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सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on AMAN SINHA's blog post काश कहीं ऐसा हो जाता
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