For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

घोषणा : ओपन बुक्स ऑनलाइन सदस्य कार्यकारिणी

ओपन बुक्स ऑनलाइन सदस्य कार्यकारिणी

*शरद सत्र - २०११-१२


आलोक सीतापुरी
सतीश मापतपुरी
धर्मेन्द्र कुमार शर्मा

 

अरुण कुमार "अभिनव"
धर्मेन्द्र कुमार सिंह
वंदना गुप्ता
संजय मिश्र "हबीब"

*शरद सत्र २०११-१२ ( १ अक्तूबर-११ से ३१ मार्च-१२ तक )

Views: 2175

Reply to This

Replies to This Discussion

 कार्यकारिणी सदस्यों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं,

 

प्रीतम जी के फोटो ने अचंभित कर दिया (स्मार्टी न्यू लुक :})

शुक्रिया मित्रवर

dhanyvaad venus bhai.....

 

kabhi kabhi look change hona chahiye....ye sab to OBO ki kripa hai............

 

:))))))))))))))))))

ओपन बुक्स ऑनलाइन कार्यकारिणी के सभी सदस्यों को मुबारकबाद.
@ वीनस जी- प्रीतम बाबू तो पैदाइशी स्मार्ट हैं. विश्वास न हो तो कार्यकारिणी के अन्य सदस्यों से पूछ लें. :)

dhanyvaad vivek bhai...aap logon ki nazron ne mujhe smart samjha hai varna aap logon ke saamne to main kuch bhi nahi hoon

 

प्रीतो जी,

आप तो ...

ओह क्षमा करें (भावुक हो गया था)

प्रीतम जी,

आप तो ओ.बी.ओ. कि शान है :)))))))))))))))))))

रही बात मेरी और विवेक की तो दोनों आपको फुल कम्पटीशन देंगे ,,,
मगर आपने ध्यान नहीं दिया दोनों ने चश्मा से अपनी आँखे छुपा रखी हैं,,, पता नहीं किसी को क्यों नहीं खटका,,,, मगर अगर विवेज जी के साथ भी वही बात है जो मेरे साथ  है,,,तो आप शर्तिया बाजी मार ले जायंगे :)))))))))))))))))))

sahi hai gurudev...isme kshama ki kaun si baat hai.....

 

dhanyavaad fir se...

@ विवेक भाई 

जब मुझे यकीन है तो किसी से पूछने क्यों जाऊं,,, वैसे आपका अपने बारे में क्या ख्याल है

मेरे ख्याल से नेक ही होगा :)))))))))))))

शुक्रिया

ओ बी ओ कार्यकारिणी के सभी सम्मानित सदस्यों को हार्दिक बधाई !

आभार मित्रवर

dhanyavaad ambrish bhai...............

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity


सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय सौरभ सर, क्या ही खूब दोहे हैं। विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय "
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय चेतन प्रकाश जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी प्रदत्त विषय अनुरूप बहुत बढ़िया प्रस्तुति हुई है। इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"हार्दिक आभार आदरणीय लक्ष्मण धामी जी।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। प्रदत्त विषय पर सुंदर रचना हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . शृंगार

दोहा पंचक. . . . शृंगारबात हुई कुछ इस तरह,  उनसे मेरी यार ।सिरहाने खामोशियाँ, टूटी सौ- सौ बार…See More
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन।प्रदत्त विषय पर सुन्दर प्रस्तुति हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"बीते तो फिर बीत कर, पल छिन हुए अतीत जो है अपने बीच का, वह जायेगा बीत जीवन की गति बावरी, अकसर दिखी…"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-180
"वो भी क्या दिन थे,  ओ यारा, ओ भी क्या दिन थे। ख़बर भोर की घड़ियों से भी पहले मुर्गा…"
Sunday
Ravi Shukla commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय गिरिराज जी एक अच्छी गजल आपने पेश की है इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई आदरणीय मिथिलेश जी ने…"
Sunday
Ravi Shukla commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय मिथिलेश जी सबसे पहले तो इस उम्दा गजल के लिए आपको मैं शेर दर शेरों बधाई देता हूं आदरणीय सौरभ…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service