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आप अपना बिचार दे क्या बापू के सोच के हिसाब से हम चल रहे हैं ,

आप अपना बिचार दे क्या बापू के सोच के हिसाब से हम चल रहे हैं , बापू ने अपना सुखमय जीवन देश पे समर्पित कर दी , और उन्हें क्या मिला गोली और हम उनके सपना को तार तार कर दिए ,
बापू के आज हैं जनम दिन ,
देख के हालत देश का ,
मन से आई आवाज ,
दिल तरप कर बोला ,
कही बम चले कही गोली ,
कोई खेले खून की होली ,
स्वर्ग में बैठे बापू देखे ,
हिंद में ये क्या हो रहा हैं ,
ऐसा सोचा न था ,
ऐसा सोचा न था ,

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सर्वप्रथम तो ओपन बुक्स ऑनलाइन के मंच से इस चर्चा को शुरू करने के लिये आपका आभार, आज बापू के जन्म दिवस के अवसर पर यह विचारणीय विषय है कि क्या हम बापू द्वारा बताये रास्ते पर चल पा रहे है ? गुरु जी चुकी प्रथम आपने ही चर्चा कि शुरुआत करी है इसलिये सबसे पहले आप का मंतव्य आपेक्षित है |
बापू ने सत्य अहिंसा के राह पर चल कर देश की आजादी की कामना की और पूर्णतया सफल भी हुए , इनके बिपरीत नेता जी , आजाद , भगत सिंह इत्यादि देश भक्तो को नहीं भुला जा सकता मगर गाँधी जी ने जो रास्ता अपनाया अपना सब कुछ छोर कर देश हित में धोती धारण कर लिए , यह तक की समय के अनुरूप आचरण किये , उन्ही के नाम लेकर चलने वाली पार्टी कांग्रेश गाँधी जी की सोच के बिपरीत चल रही हैं , हमें मालूम हैं की हम गाँधी जी के पथ पर नहीं चल पाएंगे कारन हम ओ छमता नहीं हैं , मगर उनके आत्मा के सन्ति के लिए प्राथना तो कर सकते हैं " रघु पति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम जय रघु नंदन जय घनश्याम मुरली मनोहर राधे श्याम " अगर कुछ गलत लिखा होऊ तो माफ़ी चाहते हुए नमस्कार ,
bhayee achy khyaalaat hai ...


बाद मरने के जन्मदिन क्या मने
कोई मा फिर से ना क्यूं बापू जने
dhanyabad

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"आदरणीय लक्ष्मण भाईजी, इस प्रस्तुति को समय देने और प्रशंसा के लिए हार्दिक dhanyavaad| "
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Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
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सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
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