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shashi bansal goyal's Discussions (547)

Discussions Replied To (543) Replies Latest Activity

"वाह ! आदरणीय कांता जी बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति है ।अंतिम पंक्ति प्रभावशाली है ।बधाई इ…"

shashi bansal goyal replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"vyavastha par prahaar karti uttaam prastuti . badhai is sarthak rachna ke liye aadar…"

shashi bansal goyal replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय गणेश बागी जी बहुत ही सशक्त रचना है । ढेरों प्रश्न छोड़ती .... क्या पहचान हासिल…"

shashi bansal goyal replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"sahmat hun apse adarneey yograj ji ... ye rachna dikhne me jitni saral hai apne anda…"

shashi bansal goyal replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"वाह आदरणीय योगराज जी ।अंतिम पंक्ति बहुत जबरदस्त है ।जितनी बार पढ़ा उतनी बार झकझोर दिय…"

shashi bansal goyal replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"वाह आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी बहुत ही बढ़िया प्रस्तुति हुई है ।एक साथ कई पहचान उजागर ह…"

shashi bansal goyal replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"पहचान ( लघुकथा ) ============== " ये क्या रेखा ? विवाह को कुछ घंटे भी नहीं बीते और त…"

shashi bansal goyal replied May 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-2 (विषय: पहचान)

882 May 31, 2015
Reply by योगराज प्रभाकर

"आदरणीय योगराज सर जी ओबीओ लघुकथा गोष्ठी -1 के सफल आयोजन के लिए बधाई और इस मंच को नमन…"

shashi bansal goyal replied May 5, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-01 की सभी स्वीकृत लघुकथाओं का संकलन

58 Mar 5, 2016
Reply by योगराज प्रभाकर

"बहुत ही गहरी बात इतने सुन्दर और कम शब्दों में व्यक्त करना काबिले तारीफ है ।"

shashi bansal goyal replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

"बहुत चुस्त कथा है मीना जी ।संस्कार वाकई जीवन पर्यन्त रहते हैं ।"

shashi bansal goyal replied Apr 30, 2015 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-1 (विषय: दीवार)

1645 May 1, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

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