For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Arun Sri's Discussions (610)

Discussions Replied To (489) Replies Latest Activity

"आदरणीय सौरभ सर , पूरी गज़ल में आपको एक भी मिसरा अच्छा लग जाए तो समझो कि गज़ल लिखना सफल…"

Arun Sri replied Feb 28, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 32 (Now Closed with 777 Replies)

773 Feb 28, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"धन्यवाद प्रदीप सर !"

Arun Sri replied Feb 28, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 32 (Now Closed with 777 Replies)

773 Feb 28, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"धन्यवाद अविनास सर , आपने पढ़ा और सराहा !"

Arun Sri replied Feb 28, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 32 (Now Closed with 777 Replies)

773 Feb 28, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"विन्ध्येश्वरी भाई बहुत बहुत धन्यवाद !"

Arun Sri replied Feb 28, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 32 (Now Closed with 777 Replies)

773 Feb 28, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"सुब्ह  को   कुहराम   सहमी  शाम  है बात क्या?मस्जिद पे लिक्खा राम है बुतकदा-मस्जिद अल…"

Arun Sri replied Feb 27, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 32 (Now Closed with 777 Replies)

773 Feb 28, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"नोयडाओं की भरी झोली मगर , मोतिहारी आज भी गुमनाम है । ५।   रौब रुतबा राजपथ पर चल रहा…"

Arun Sri replied Feb 26, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 32 (Now Closed with 777 Replies)

773 Feb 28, 2013
Reply by Saurabh Pandey

प्रधान संपादक

"//ग़ज़ल विधा से सम्बन्धित कुछ सामान्य दोषों की जानकारियाँ भी अब साझा की जायँ// इसकी प्…"

Arun Sri replied Nov 6, 2012 to ओबीओ लाइव तरही मुशायरा अंक २८ में सम्मिलित ग़ज़लें (चिन्हित मिसरों सहित)

30 Apr 26, 2015
Reply by मिथिलेश वामनकर

")नटखट चन्द्र ने निशा की माला तोड़ी होगी, वरना क्यूँ छितराते नभ में  इतने सितारे  उषा…"

Arun Sri replied Aug 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"इस विषय में कबीर का  एक पद याद आ रहा है - संतौं भाई आई ग्यान की आँधी रे। भ्रम की टाट…"

Arun Sri replied Aug 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

"कितनी दूर दृष्टि , कितना भावुक ह्रदय चाहिए इस पीर को महसूसने के लिए !!!!!!!!!! इस रच…"

Arun Sri replied Aug 9, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक २२ (Now closed with 1165 Replies)

1165 Aug 10, 2012
Reply by Albela Khatri

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय निलेश सर ग़ज़ल पर नज़र ए करम का देखिये आदरणीय तीसरे शे'र में सुधार…"
3 hours ago
Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल के
"आदरणीय भंडारी जी बहुत बहुत शुक्रिया ग़ज़ल पर ज़र्रा नवाज़ी का सादर"
3 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"  आदरणीय सुशील सरनाजी, कई तरह के भावों को शाब्दिक करती हुई दोहावली प्रस्तुत हुई…"
6 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

कुंडलिया. . . . .

कुंडलिया. . .चमकी चाँदी  केश  में, कहे उमर  का खेल ।स्याह केश  लौटें  नहीं, खूब   लगाओ  तेल ।खूब …See More
7 hours ago
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . . . विविध
"आदरणीय गिरिराज भंडारी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय "
8 hours ago
Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल के
"बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय निलेश सर ग़ज़ल पर इस्लाह करने के लिए सहृदय धन्यवाद और बेहतर हो गये अशआर…"
8 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"धन्यवाद आ. आज़ी तमाम भाई "
8 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल के
"आ. आज़ी भाई मतले के सानी को लयभंग नहीं कहूँगा लेकिन थोडा अटकाव है . चार पहर कट जाएँ अगर जो…"
8 hours ago
Aazi Tamaam commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - सुनाने जैसी कोई दास्ताँ नहीं हूँ मैं
"बेहद ख़ूबसुरत ग़ज़ल हुई है आदरणीय निलेश सर मतला बेहद पसंद आया बधाई स्वीकारें"
8 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on Aazi Tamaam's blog post तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या
"आ. आज़ी तमाम भाई,अच्छी ग़ज़ल हुई है .. कुछ शेर और बेहतर हो सकते हैं.जैसे  इल्म का अब हाल ये है…"
8 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on surender insan's blog post जो समझता रहा कि है रब वो।
"आ. सुरेन्द्र भाई अच्छी ग़ज़ल हुई है बोझ भारी में वाक्य रचना बेढ़ब है ..ऐसे प्रयोग से…"
9 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on surender insan's blog post जो समझता रहा कि है रब वो।
"आदरणीय सुरेंदर भाई , अच्छी ग़ज़ल हुई है , हार्दिक बधाई आपको , गुनी जन की बातों का ख्याल कीजियेगा "
9 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service