For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI's Discussions (190)

Discussions Replied To (190) Replies Latest Activity

"सही है ,कर्तव्यनिष्ठा का इनाम मिल ही गया चौकीदार को। यही तो दुनियांकी रीत है जो इसमे…"

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Jun 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-39 (विषय: समीकरण")

395 Jul 1, 2018
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"बहुत बहुत शुक्रिया , शेख साहब "

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Jun 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-39 (विषय: समीकरण")

395 Jul 1, 2018
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"आप सभी का हार्दिक हार्दिक स्वागत है . "

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Jun 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-39 (विषय: समीकरण")

395 Jul 1, 2018
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"बिल्कुल सही ,आरिफ साहब।  पुराने समीकरणों को हम नहीं बदलेंगे तो कौन बदलेगा। बहुत अच्छ…"

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Jun 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-39 (विषय: समीकरण")

395 Jul 1, 2018
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"कभी कभी इंसान धर्मसंकट में फस जाता है। एक तरफ तो एहसानों का बोझ और दूसरी तरफ सही गलत…"

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Jun 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-39 (विषय: समीकरण")

395 Jul 1, 2018
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"" सुख - शांति "( लघुकथा ) आज फिर अंजलि आफिस से आते - आते लेट हो गई थी। लिफ़्ट में क़दम…"

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Jun 29, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-39 (विषय: समीकरण")

395 Jul 1, 2018
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"तस्दीक़ साहब ,वाक़ई भारत का दिल बहुत बड़ा है। आपने बिल्कुल सही कथ्य को उजागर किया है। ब…"

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Apr 30, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-37 (विषय: भारत)

286 Apr 30, 2018
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"आरिफ़ साहब बहुत ही शानदार लघुकथा बन पड़ी है।  बधाई स्वीकार करें। "

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Apr 30, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-37 (विषय: भारत)

286 Apr 30, 2018
Reply by KALPANA BHATT ('रौनक़')

"आ. तेजवीर सिंह जी आपने आग़ाज़ ही एक शानदार लघुकथा से किया है तो ज़ाहिर है अंजाम की परवा…"

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Mar 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-36 (विषय: पराजित योद्धा)

534 Mar 31, 2018
Reply by TEJ VEER SINGH

"पात्रों का समन्वय जिस प्रकार से है , लघुकथा एक बार फिर पढ़ने से स्पष्ट हुआ। बधाई "

MUZAFFAR IQBAL SIDDIQUI replied Mar 31, 2018 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-36 (विषय: पराजित योद्धा)

534 Mar 31, 2018
Reply by TEJ VEER SINGH

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .प्रेम
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभार आदरणीय"
yesterday
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा पंचक. . . . .मजदूर

दोहा पंचक. . . . मजदूरवक्त  बिता कर देखिए, मजदूरों के साथ । गीला रहता स्वेद से , हरदम उनका माथ…See More
Monday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"आदरणीय सुशील सरना जी मेरे प्रयास के अनुमोदन हेतु हार्दिक धन्यवाद आपका। सादर।"
Monday
Sushil Sarna commented on मिथिलेश वामनकर's blog post कहूं तो केवल कहूं मैं इतना: मिथिलेश वामनकर
"बेहतरीन 👌 प्रस्तुति सर हार्दिक बधाई "
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन पर आपकी समीक्षात्मक मधुर प्रतिक्रिया का दिल से आभार । सहमत एवं…"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा पंचक. . . . .मजदूर
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन आपकी मनोहारी प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी सृजन आपकी स्नेहिल प्रशंसा का दिल से आभारी है सर"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post कुंडलिया. . .
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी सृजन के भावों को मान देने का दिल से आभार आदरणीय"
Sunday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक ..रिश्ते
"आदरणीय मिथिलेश वामनकर जी के भावों को आत्मीय मान से सम्मानित करने का दिल से आभार आदरणीय"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: ग़मज़दा आँखों का पानी
"आ. भाई आजी तमाम जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on मिथिलेश वामनकर's blog post ग़ज़ल: उम्र भर हम सीखते चौकोर करना
"आ. भाई मिथिलेश जी, सादर अभिवादन। उत्तम गजल हुई है। हार्दिक बधाई।"
Sunday

सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर commented on AMAN SINHA's blog post काश कहीं ऐसा हो जाता
"आदरणीय अमन सिन्हा जी इस प्रस्तुति हेतु हार्दिक बधाई स्वीकार करें। सादर। ना तू मेरे बीन रह पाता…"
Sunday

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service