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-: खींच अहं के मग से डग प्रभु :-

-: खींच अहं के मग से डग प्रभु :-  (संसोधित)

खींच अहं के मग से डग प्रभु,

रख लें अपने चरणों में ||

है परम कांति अरु चरम शांति जो,

और किसी ना शरणों में |

सजा हुआ मद की बेड़ी मे,

जड़ा हुआ हूँ कहीं सिखा पर,

तोड़ एकांकी अहं का आसन,

मिला लें पद रज-कणों में |

खींच अहं के मग से डग प्रभु,

रख लें अपने चरणों में ||

यह राह नहीं है सीधा-सादा ;

मैं निकल पड़ा जिसपर |

रसहीन बचा बाकी जीवन,

अब गर्व करूँ किसपर |

अवसर पश्चाताप का ना तो,

फिर कहाँ मुक्ति मरणों में |

बस मुक्ति प्रभो के चरणों मे,

भक्ति भाव के वरणों में |

खींच अहं के मग से डग प्रभु,

रख लें अपने चरणों में ||

*****************

-शरद सिंह "विनोद" -

मौलिक व अप्रकाशित

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Comment by SHARAD SINGH "VINOD" on June 4, 2015 at 7:52pm

आ. सुनील जी हार्दिक धन्यवाद...सादर

Comment by SHARAD SINGH "VINOD" on June 4, 2015 at 7:50pm

उत्साह वर्धन के लिए आपको बहुत बहुत धन्यवाद कबीर साहब..सादर...

Comment by SHARAD SINGH "VINOD" on June 4, 2015 at 7:48pm

तहेदिल से आपको धन्यवाद क्रिश्ना जी..

Comment by SHARAD SINGH "VINOD" on June 4, 2015 at 7:47pm

धन्यवाद बागी सर... उत्साह वर्धन के लिए सादर नमन..

Comment by SHARAD SINGH "VINOD" on May 31, 2015 at 8:15pm

तहे दिल से शुक्रिया आ. वामनकर साहब!!

Comment by SHARAD SINGH "VINOD" on May 31, 2015 at 8:13pm

आदरणीय Dr.Prachi Singh जी ये कौशल भी आप लोगों के सानिध्य मे ही सईखना है... हौसला आफ़जाई के लिए धन्यवाद..सादर ||


सदस्य टीम प्रबंधन
Comment by Dr.Prachi Singh on May 28, 2015 at 11:00am

आ० शरद सिंह जी , बहुत सुन्दर भाव इस भक्तिमय अभिव्यक्ति के..

अहंकार रहित हो कर ही ईश्वर के श्रीचरणों में समर्पण संभव है, जिस हेतु ईश्वर से प्रार्थना 

टंकण त्रुटियाँ सह गयी हैं... शिल्प भी अभी और समय चाहता है..

इस प्रस्तुति पर मेरी शुभकामनाएं प्रेषित हैं , स्वीकार करें 


सदस्य कार्यकारिणी
Comment by मिथिलेश वामनकर on May 27, 2015 at 10:38pm

बहुत सुन्दर रचना 

हार्दिक बधाई 

Comment by Krish mishra 'jaan' gorakhpuri on May 27, 2015 at 11:05am

सुन्दर भक्तिगीत पर हार्दिक बधाई!भाई विनोद जी!

टाइपिंग त्रुटी को सुधार लें>>//सरणों//>शरणों

Comment by Samar kabeer on May 26, 2015 at 11:56pm
जनाब "विनोद" जी,आदाब,सुन्दर प्रस्तुति हेतु बधाई स्वीकार करें ।

कृपया ध्यान दे...

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"आदरणीया प्रतिभा पाण्डे जी सादर, प्रस्तुत मुकरियों की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार. सादर "
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