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कुछ कहना था तुमसे ...इन्तजार

कुछ कहना था तुमसे मन की
जब आओगे तब कह दूँगी
कब मन ये मेरे पास रहा,
यादों को बाँध के रख लूँगी 

अब दूर देश के पंछी हो,
जब आओगे मिलना होगा
प्रियतम की राह में पलक बिछी
आओगे तब पर्दा होगा.

कुछ मजबूरी , कुछ ख़ास वजह
पर कभी तिलांजलि मत देना
मैं तुम्हें मिलूँ या ना भी गर
इस प्यार को बस संजो रखना,

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Comment

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Comment by SUMAN MISHRA on December 15, 2012 at 9:34pm

शुक्रिया अजय जी

Comment by Dr.Ajay Khare on December 15, 2012 at 6:32pm

pyaar hi pyaar bharpoor srigaar badhai sweekare adarniya suman jhkjhor diya man 

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