प्यारे मित्रो हमारे लाड़ले बाबाजी आज चार दिन की विदेश यात्रा पर जा रहे हैं इसलिए अगली मुलाक़ात 25 जून को ही होगी, परन्तु जाते जाते भी बाबाजी से रहा नहीं गया . ये आपके समक्ष अपनी नई रचना परोसने के लिए मरे जा रहे हैं . इसलिए ओ बी ओ के मंच पर प्रस्तुत है यह नूतन तुकबंदी :
बड़े काम की चीज़ है चैटिंग बाबाजी
चैटिंग कर देती सब सेटिंग बाबाजी
मैं तो गाँव का सीधा-सादा बन्दा हूँ
मैं क्या जानूं, क्या है डेटिंग बाबाजी
रेट घटा न राशन का इस शासन में
घट गई देश की क्रेडिट रेटिंग बाबाजी
आयेंगे, अब अच्छे दिन भी आयेंगे
वेटिंग, वेटिंग, वेटिंग, वेटिंग बाबाजी
मांगे कौन हिसाब, खेलने वालों से
कितनी बैटिंग, कितनी बेटिंग बाबाजी
पढ़ना-वढना छोड़ के बच्चे सीख रहे
डान्सिंग, एक्टिंग औ क्रिकेटिंग बाबाजी
लीडर ऐसे मिले हैं हमको 'अलबेला'
वोटर जिनसे करते हेटिंग बाबाजी
Comment
waah waah sir ji kya baat hai .........................prabhavi rachna ke liye bahut bahut badhai aapko
हांगकांग, मनीला,जकार्ता भाई........
बहुत बहुत धन्यवाद राजेश कुमारी जी.........
बड़े काम की चीज़ है चैटिंग बाबाजी
चैटिंग कर देती सब सेटिंग बाबाजी
मैं तो गाँव का सीधा-सादा बन्दा हूँ
मैं क्या जानूं, क्या है डेटिंग बाबाजी :):):).......again a nice piece of work.rochak lagi baba ji
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