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हो न सका

ऐसे बिछुड़े दीदार हो न सका
बेवफाओं से प्यार हो न सका 
ऐसे बिछुड़े -------------
तुझको भूले न भूलना आया-२
हमको खोकर तुमने क्या पाया-२
तुमसे भी इंतज़ार हो न सका 
बेवफाओं से प्यार हो न सका 
ऐसे बिछुड़े -------------
कैसे भूलोगे लम्हे प्यार भरे
ज़ख्म अपनें तो अब तलक न भरे
हमपे क्यों ऐतवार हो न सका 
बेवफाओं से प्यार हो न सका 
ऐसे बिछुड़े -------------
दीपक 'कुल्लुवी'
हर्मोनियम कम्पोजीशन 
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Comment by Deepak Sharma Kuluvi on April 13, 2012 at 2:11pm

  भ्रमर जी शुक्रिया 

Comment by SURENDRA KUMAR SHUKLA BHRAMAR on April 13, 2012 at 1:57pm

तुझको भूले न भूलना आया-२

हमको खोकर तुमने क्या पाया-२
तुमसे भी इंतज़ार हो न सका 
बेवफाओं से प्यार हो न सका 
ऐसे बिछुड़े -------------
दीपक  जी सुन्दर ... कैसे भूलोगे लम्हे प्यार भरे ....बेवफा को वफ़ा सिखाती रचना ....कचोटते हैं ये पल 
भ्रमर ५ 

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