For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Prakash Patwardhan
Share on Facebook MySpace

Prakash Patwardhan's Groups

 

Prakash Patwardhan's Page

Latest Activity

Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-131
"आँखें उन्हीं की आज वबा में भी नम नहीं  मरते हजार यार किसी को शरम नहीं I 1.  +  'तेरा सितम भी तेरी इनायत से कम नहीं'  हम से नहीं तुम्हें जो मुहब्बत तो ग़म नहीं I 2.  +  पैसा  बना  रहे  यहाँ …"
May 28, 2021
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "OBO लाइव तरही मुशायरे"/"OBO लाइव महा उत्सव"/"चित्र से काव्य तक" प्रतियोगिता के सम्बन्ध मे पूछताछ
"आद शेख साहब और आद राणा साहब आप की चर्चा मेरे जैसे नौसिखीये कै दिल मे भ्रमा पैदा करती है. आद राणा साहब अगर हम किसी भी मात्रा को गिरा सकते हैं तो फिर तिरा, मिरा आदि रुप क्यों इस्तेमाल होते हैं? सादर."
Jun 10, 2019
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-107
"तेरा मुखडा़ चाँद का टुकडा़ लगता है  चहरे पर तिल काला  प्यारा लगता है I  +  कैसे कह दूँ प्यार नहीं हम को उन से   मुश्किल पर इज़हारे तमन्ना लगता है I +  वादे  झूठे  आम  सियासत  की …"
May 24, 2019
Prakash Patwardhan commented on Admin's page Tool Box
"तेरा मुखडा़ चाँद का टुकडा़ लगता है  चहरे पर तिल काला  प्यारा लगता है I  +  कैसे कह दूँ प्यार नहीं हम को उन से   मुश्किल पर इज़हारे तमन्ना लगता है I +  वादे  झूठे  आम  सियासत  की …"
May 24, 2019
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-103
"वाहहह वा ! बहुत बढिया सृजन की बधाई स्वीकारें आदरणीय Hariom Srivastava ji. "
May 11, 2019
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-103
"आदरेया मेरे सृजन को नवाजने के लिये दिल से आभार."
May 11, 2019
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-103
"आदरणीय, आपका हृदय से धन्यवाद."
May 11, 2019
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-103
"आदाब जनाब. पशंसा और सुझाव के लिये दिली शुक्रियः. स्नेहाशीष बना रहे आदरणीय.  "
May 11, 2019
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-103
"आदरणीय सुरेन्द्रनाथ जी हृदय से धन्यवाद आमूल्य सुझाव के लिये."
May 11, 2019
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-103
"बेहद ! प्रथम प्रयास को सराहने हेतु, आदरणीय !"
May 10, 2019
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-103
"आपका तहे दिल से शुक्रियः ! प्रथम प्रयास है स्नेहाशीष बना रहे, आदरणीय. "
May 10, 2019
Prakash Patwardhan replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-103
"अम्न से आसान होती आम की है जि़न्दगी क्या तसादुम के बिना किस की कटी है जि़न्दगी I+ बात अपनी अपनी यारा हो सही हम क्या कहेंबैठ ठाले ने कभी सच में गही है जि़न्दगी I+ बे-सबब लड़ना, झगड़ना धर्म मानव का नहीं कष्टदायी मार्ग पर बढ़ना वही है जि़न्दगी I+ प्रेम…"
May 10, 2019

Profile Information

Gender
Male
City State
Pune
Native Place
Igatpuri, Dist Nashik
Profession
Retd Gaz Officer(Rlys)
About me
Inculcated as Hobby in 2014 - to start with in Marathi & later in Hindi Kavita.

Comment Wall (2 comments)

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

At 1:47am on July 3, 2015,
सदस्य कार्यकारिणी
मिथिलेश वामनकर
said…

स्वागत अभिनन्दन 

ग़ज़ल सीखने एवं जानकारी के लिए

 ग़ज़ल की कक्षा 

 ग़ज़ल की बातें 

 

भारतीय छंद विधान से सम्बंधित जानकारी  यहाँ उपलब्ध है

|

|

|

|

|

|

|

|

आप अपनी मौलिक व अप्रकाशित रचनाएँ यहाँ पोस्ट कर सकते है.

और अधिक जानकारी के लिए कृपया नियम अवश्य देखें.

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतुयहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

 

ओबीओ पर प्रतिमाह आयोजित होने वाले लाइव महोत्सव, छंदोत्सव, तरही मुशायरा व लघुकथा गोष्ठी में आप सहभागिता निभाएंगे तो हमें ख़ुशी होगी. इस सन्देश को पढने के लिए आपका धन्यवाद.

At 9:37pm on July 2, 2015, मनोज अहसास said…
आपका हार्दिक स्वागत है सर
 
 
 

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Aazi Tamaam posted a blog post

तरही ग़ज़ल: इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्या

२१२२ २१२२ २१२२ २१२इस 'अदालत में ये क़ातिल सच ही फ़रमावेंगे क्यावैसे भी इस गुफ़्तगू से ज़ख़्म भर…See More
11 hours ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"परम् आदरणीय सौरभ पांडे जी सदर प्रणाम! आपका मार्गदर्शन मेरे लिए संजीवनी समान है। हार्दिक आभार।"
22 hours ago
Sushil Sarna posted a blog post

दोहा सप्तक. . . . . विविध

दोहा सप्तक. . . . विविधमुश्किल है पहचानना, जीवन के सोपान ।मंजिल हर सोपान की, केवल है  अवसान…See More
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"ऐसी कविताओं के लिए लघु कविता की संज्ञा पहली बार सुन रहा हूँ। अलबत्ता विभिन्न नामों से ऐसी कविताएँ…"
yesterday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

छन्न पकैया (सार छंद)

छन्न पकैया (सार छंद)-----------------------------छन्न पकैया - छन्न पकैया, तीन रंग का झंडा।लहराता अब…See More
yesterday
Aazi Tamaam commented on Aazi Tamaam's blog post ग़ज़ल: चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल के
"आदरणीय सुधार कर दिया गया है "
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post गहरी दरारें (लघु कविता)
"आ. भाई सुरेश जी, सादर अभिवादन। बहुत भावपूर्ण कविता हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday
Aazi Tamaam posted a blog post

ग़ज़ल: चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल के

२२ २२ २२ २२ २२ २चार पहर कट जाएँ अगर जो मुश्किल केहो जाएँ आसान रास्ते मंज़िल केहर पल अपना जिगर जलाना…See More
Monday
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

गहरी दरारें (लघु कविता)

गहरी दरारें (लघु कविता)********************जैसे किसी तालाब कासारा जल सूखकरतलहटी में फट गई हों गहरी…See More
Monday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' posted a blog post

शेष रखने कुटी हम तुले रात भर -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

212/212/212/212 **** केश जब तब घटा के खुले रात भर ठोस पत्थर  हुए   बुलबुले  रात भर।। * देख…See More
Sunday
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय चेतन भाईजी,  प्रस्तुति के लिए हार्दि बधाई । लेकिन मात्रा और शिल्पगत त्रुटियाँ प्रवाह…"
Sunday
अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
"आदरणीय सौरभ भाईजी, समय देने के बाद भी एक त्रुटि हो ही गई।  सच तो ये है कि मेरी नजर इस पर पड़ी…"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service