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Dr. Mukesh Pandey
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New Delhi
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Siwan - Bihar
Profession
Writing
About me
Am Music Label Owner /Composer and Lyrics Writer

आदमी से नफ़रत करे आदमी : मुकेश पाण्डेय

आदमी से नफ़रत करे आदमी के मालिक़ ने कब ये सिखाया है
कोई बना हिन्दू मुसलमा कोई ख़ुदा ने तो इन्सां बनाया है

न ये गीता कहे न क़ुरान में लिखा

खेले इंसान क्यूँ खून की होलियां
हर पैग़म्बर का बस यहीं पैग़ाम है

बोले सारा जहाँ प्यार की बोलियां
रंगों बू है जुदा -न लहू है जुदा

न छोटा न बड़ा न ऊँचा नीचा बनाया है
कोई बना हिन्दू मुसलमा कोई ख़ुदा ने तो इन्सां बनाया है

हिन्दू बीमार हो या मुसलमान हो

एक ही वैद्य की सब दवा खाते हैं
साथ सिनेमा देखें साथ खाएं पियें

हर जगह पर इकट्ठे ये हो जाते हैं
पर इबादत तेरी मिल के करते नहीं

ये तेरा ये मेरा दिलों में अँधेरा छाया है
कोई बना हिन्दू मुसलमा कोई ख़ुदा ने तो इन्सां बनाया है

राम ईसा मोहम्मद या नानक कहो

नाम इसके हज़ारों है ये एक है
इसको पहचान के प्यार सबसे करे

है सही बंदगी बन्दा वो नेक है
सबमें सूरत तेरी है ये मूरत तेरी

ज़मीं और जमां में तू सारे जहाँ में समाया है
कोई बना हिन्दू मुसलमा कोई ख़ुदा ने तो इन्सां बनाया है

(मौलिक व अप्रकाशित)

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