For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

मित्रों आप सबके समक्ष है नए सालका नया तोहफा एक नए कोने के माध्यम से| प्रस्तुत है भूले बिसरे गीतों की कहानी " गीत भूले बिसरे"| प्रतिदिन साईट में दाहिनी तरफ परिवर्तित होने वाला यह कोना आप सबको ऐसी पुरानी यादों में ले जायेगा जो मष्तिष्क के किसी कोने में अब भी तरो ताज़ा
हैं| ऐसे गीत जिन्हें जिन्हें ज़माने में उडी धूल की परतों ने धुंधला कर
दिया है, जिन्हें  सुनकर पुराने दिन चोले बदल कर सिरहाने आ बैठते हैं, दिल
के कसी कोने में एक हलचल सी मचाती है| आपकी यादों के इन्ही घरौंदों को बचा
कर रखने की एक कोशिश है " गीत भूले बिसरे"|

*मुख्य पृष्ठ पर स्थान उपलब्ध करने के लिए OBO प्रबंधन को भी बहुत बहुत धन्यवाद|

आशा है आपको यह प्रयास बहुत पसंद आयेगा|

इस कोने के बारे में अपनी प्रतिक्रया से ज़रूर अवगत कराएं|

 

आपका अपना

(राणा प्रताप सिंह)


Views: 7247

Reply to This

Replies to This Discussion

आज का गीत १९७१ के युद्ध पर आधारित और भारतीय वायु सेना की जांबाजी को दर्शाती फिल्म हिंदुस्तान की कसम (१९७३) से है आवाज मन्ना डे जी की है, इस कालजयी गीत के गीतकार हैं कैफ़ी आज़मी साहब| बहुत दिनों पहले संपादक जी और मेरी इसी गीत को लेकर बात चल रही थी  तब उन्होंने बताया था कि इस फिल्म की शूटिंग उन्होंने शायद स्कूल से भागकर देखी थी|  योगी सर ...राजकुमार साहब कैसे लगते थे और बाकी का वृत्तान्त भी प्लीज बताइए

   आज का गीत विशेष मांग पर प्रस्तुत है, फिल्म का नाम है  ग़ज़ल, गायक हैं रफ़ी साहब और संगीत मदन मोहन का है, इस खूबसूरत गीत को फ़िल्माया गया है सुनील दत्त औरमीना  कुमारी के ऊपर, तो आप भी लुत्फ़ लीजिये इस खूबसूरत गीत का।


मुझसे कह दे मैं तेरा हाथ किसे पेश करू,,,....

वाह वाह धन्यवाद राणा जी

साहिर साहब का लिखा और रफ़ी साहब का गाया यह नग्मा मुझे खास पसंद है

लाता जी का गया 

 नग्मा ओ शेर की सौगात किसे पेश करू 

भी लाजवाब है 

आज का गीत फिर से फिल्म ग़ज़ल का है, गायक हैं रफ़ी साहब और संगीत मदन मोहन साहब का है, इस खूबसूरत गीत को फ़िल्माया गया है सुनील दत्त औरमीना कुमारी के ऊपर, गीतकार हैं साहिर लुधियानवी।

आज का गीत फ़िल्म :- काला पानी, प्रदर्शित वर्ष :- १९५८ निर्देशक :- राज खोशला, संगीत निर्देशक :- एस डी वर्मन, मुख्य कलाकार :- देव आनंद, किशोर साहू, मधुबाला, नलिनी जयवंत, गायिका : आशा भोसले

साथियों ! रात्रि के समय मुकेश की आवाज दोगुना आनंद देती है आज का गीत भी कुछ ऐसा ही है फिल्म का नाम है मुक्ति (१९७७) संगीतकार है राहुल देव बर्मन गीतकार है आनंद बक्षी और फिल्माया गया है शशि कपूर तथा विद्या सिन्हा पर |

मुझे ऐसा मिला मोती, ऐसा मोती कोई सागर में न होगा

लता जी की आवाज और कल्याण जी आनंद जी का पीक टाइम, गीत तो नायाब होना ही था फिल्म है पिघलता आसमान(१९८५)

वो जफा करे सह लूंगी, वो गिला करे सह लूंगी

जिस हाल में वो रखे मुझको, उस हाल में मै रह लूंगी|

 

"कम है अब दिल का धड़कना मै नशे में हूँ"...
मित्रों आज का गीत प्रस्तुत है..... मुकेश जी की मखमली आवाज और शैलेन्द्र साहब की करामाती लिरिक्स फिल्म मैं नशे में हूँ साल है १९५९|


एक चाँद आसमां पे है एक मेरे पास है 

१९६८ में दिलीप कुमार और मनोज  कुमार स्टारर एक फिल्म आई थी आदमी, ये गीत भी उसी फिल्म का है| इस गीत की ख़ास बात यह है कि इसे मोहम्मद रफ़ी के साथ तलत महमूद और महेंद्र कपूर दोनों की आवाज में अलग अलग रिकॉर्ड किया गया| उस समय के लोग बताते हैं की मनोज कुमार ने तलत जी की आवाज को नकार दिया था और उस समय बहुचर्चित महेंद्र कपूर जी की आवाज को स्वीकारा था परन्तु मार्केट में तलत जी की आवाज वाले LP और रिकॉर्ड ज्यादा बिके|  तो आइये अनद लेते  हैं इस खूबसूरत गीत का

 

प्रस्तुति: राणा प्रताप सिंह

मान गये राणा जी फिल्म संगीत के सम्बन्ध में आपकी जानकारी और आपकी पसंद दोनों को सलाम !!! और इस सुमधुर श्रृंखला के लिये शुभकामनाएं और बधाई !!!

लाजवाब गीत
सच में पुराने रेडियो के गाने याद दिला दिए... गीत माला ... सुन्दर

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थित और मार्गदर्शन के लिए आभार। कुछ सुधार किया है…"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई बृजेश जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई अशोक जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई अमीरुद्दीन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति और उत्साहवर्धन के लिए धन्यवाद।"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थित और मार्गदर्शन के लिए आभार। कुछ सुधार किया है…"
1 hour ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आ. भाई वृजेश जी, अभिवादन। अच्छी गजल हुई है। हार्दिक बधाई। मतले में यदि उन्हें सम्बोधित कर रहे हैं…"
1 hour ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"अनुज बृजेश , पूरी ग़ज़ल बहुत खूबसूरत हुई है , हार्दिक बधाई स्वीकार करें मतले के उला में मुझे भी…"
3 hours ago
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post दोहा दसक- गाँठ
"आदरणीय भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। दोहों पर उपस्थिति और विस्तार से सुझाव के लिए आभार। इंगित…"
5 hours ago
Nilesh Shevgaonkar commented on बृजेश कुमार 'ब्रज''s blog post ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'
"आ. बृजेश ब्रज जी,अच्छी ग़ज़ल हुई है. बधाई स्वीकार करें.मतले के ऊला में ये सर्द रात, हवाएं…"
5 hours ago
बृजेश कुमार 'ब्रज' posted a blog post

ग़ज़ल....उदास हैं कितने - बृजेश कुमार 'ब्रज'

बह्र-ए-मुजतस मुसमन मख़बून महज़ूफमुफ़ाइलुन फ़इलातुन मुफ़ाइलुन फ़ेलुन1212  1122  1212  112/22ये सर्द…See More
5 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post मौत खुशियों की कहाँ पर टल रही है-लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपके सकारात्मक प्रयास के लिए हार्दिक बधाई  आपकी इस प्रस्तुति पर कुछेक…"
6 hours ago

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Saurabh Pandey's discussion पटल पर सदस्य-विशेष का भाषायी एवं पारस्परिक व्यवहार चिंतनीय
"आपने, आदरणीय, मेरे उपर्युक्त कहे को देखा तो है, किंतु पूरी तरह से पढ़ा नहीं है। आप उसे धारे-धीरे…"
21 hours ago

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service