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Dr T R Sukul's Discussions (972)

Discussions Replied To (820) Replies Latest Activity

"घड़ीउस समय की चौथी क्लास तक पढ़े ‘भदईं’, गाॅंव के कुछ इने गिने पढ़े लिखे लोगों में माने…"

Dr T R Sukul replied Jul 30, 2019 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-52 (विषय: अस्तित्व)

176 Jul 31, 2019
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"पर्यावरण जिंदगी जन्म से डूबी थी अश्रुसागर में,अब तो लहरों के भंवर और भी गहरा रहे है…"

Dr T R Sukul replied Jun 15, 2019 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-104

86 Jun 15, 2019
Reply by Dayaram Methani

"संघर्ष ऐसा भी !-- -- -- --पलकों भरे प्यार को हमनित आस लगाये रहे देखते,मुट्ठी भर आशीष…"

Dr T R Sukul replied May 10, 2019 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-103

135 May 11, 2019
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"महादान......वे,आ गए! फिर,हाथ फैलाए।हर बार की तरह कहते हैं,बोट दे दो,हम, तुम्हें देंग…"

Dr T R Sukul replied Apr 12, 2019 to "ओ बी ओ लाइव महा उत्सव" अंक-102

130 Apr 13, 2019
Reply by Samar kabeer

"कथा के आंतरिक भाव परखने के लिए विनम्र आभार , आदरणीय ओमप्रकाश जी"

Dr T R Sukul replied Mar 31, 2019 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-48 (विषय: जागृति)

137 Mar 31, 2019
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"विनम्र आभार , आदरणीय विनय कुमार जी , यह दर्शाने का प्रयत्न किया गया है कि मजदूर लोग…"

Dr T R Sukul replied Mar 31, 2019 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-48 (विषय: जागृति)

137 Mar 31, 2019
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"विनम्र आभार , आदरणीय समर कबीर जी"

Dr T R Sukul replied Mar 31, 2019 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-48 (विषय: जागृति)

137 Mar 31, 2019
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"विनम्र आभार , आदरणीय आसिफ जी"

Dr T R Sukul replied Mar 31, 2019 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-48 (विषय: जागृति)

137 Mar 31, 2019
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"विनम्र आभार , आदरणीय शेख शहजाद उस्मानी जी। सुन्दर सुझावों के लिए धन्यवाद। निवेदन है…"

Dr T R Sukul replied Mar 31, 2019 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-48 (विषय: जागृति)

137 Mar 31, 2019
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

"फिंगर प्रिंट्स‘‘ क्यों मिस्त्री! ये पीले रंग वाली वही बिल्डिंग है जिसे हमलोगों ने दि…"

Dr T R Sukul replied Mar 30, 2019 to "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-48 (विषय: जागृति)

137 Mar 31, 2019
Reply by Sheikh Shahzad Usmani

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"आदरणीय चेतन प्रकाश जी, आपसे मिले अनुमोदन हेतु आभार"
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"मुस्काए दोस्त हम सुकून आली संस्कार आज फिर दिखा गाली   वाहहह क्या खूब  ग़ज़ल '…"
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दोहा दशम्. . . . गुरुशिक्षक शिल्पी आज को, देता नव आकार । नव युग के हर स्वप्न को, करता वह साकार…See More
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लौटा सफ़र से आज ही, अपना ज़मीर है -लक्ष्मण धामी "मुसाफिर"

२२१/२१२१/१२२१/२१२ ***** जिनकी ज़बाँ से सुनते  हैं गहना ज़मीर है हमको उन्हीं की आँखों में पढ़ना ज़मीर…See More
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"आ. भाई चेतन जी, सादर अभिवादन। गजल पर उपस्थिति, उत्साहवर्धन एवं स्नेह के लिए आभार। आपका स्नेहाशीष…"
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"आपको प्रयास सार्थक लगा, इस हेतु हार्दिक धन्यवाद, आदरणीय लक्ष्मण धामी जी. "
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"आदरणीय चेतन प्रकाश जी सृजन के भावों को आत्मीय मान से अलंकृत करने का दिल से आभार आदरणीय । बहुत…"
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"छोटी बह्र  में खूबसूरत ग़ज़ल हुई,  भाई 'मुसाफिर'  ! " दे गए अश्क सीलन…"
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"अच्छा दोहा  सप्तक रचा, आपने, सुशील सरना जी! लेकिन  पहले दोहे का पहला सम चरण संशोधन का…"
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लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"आ. भाई सौरभ जी, सादर अभिवादन। सुंदर, सार्थक और वर्मतमान राजनीनीतिक परिप्रेक्ष में समसामयिक रचना हुई…"
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