For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

seema agrawal's Discussions (721)

Discussions Replied To (572) Replies Latest Activity

"बाल मन की बाल मन द्वारा की गयी व्याख्या भले ही परिपक्व नहीं है परंतु सादगी और शुद्धत…"

seema agrawal replied Apr 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 30 (Now Closed with 1721 replies)

1719 Apr 9, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"मुझे पता था बच्चों की इस पंक्ति में सौरभ जी उछल कर सबसे आगे खड़े होंगे  मेरे साथ कई ल…"

seema agrawal replied Apr 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 30 (Now Closed with 1721 replies)

1719 Apr 9, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत सुन्दर रचना बाल दर्शन को साझा करती हुए ......बधाई अमित जी हराना सीखा है हर संकट…"

seema agrawal replied Apr 6, 2013 to "ओ बी ओ लाइव महा-उत्सव" अंक - 30 (Now Closed with 1721 replies)

1719 Apr 9, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"मैं सीधा और सरल समाधान जो महसूस करती हूँ वो बताना चाहूंगी ......जब  हिंदी खडी बोली म…"

seema agrawal replied Apr 4, 2013 to हिन्दी छंद रचनाओं में अंग्रेजी के शब्दों के प्रयोग की समस्या

17 Apr 5, 2013
Reply by विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी

"गलती से मैं गया जो राजेश जी के घर पर,खिचड़ी, दही, घी, पापड़, हलवा खिला के मारा...सबसे…"

seema agrawal replied Mar 23, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 33 (Now Closed with 624 Replies)

624 Mar 26, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"वाह होली हो गयी आपकी तो सौरभ जी ........."

seema agrawal replied Mar 23, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 33 (Now Closed with 624 Replies)

624 Mar 26, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"एक शेर आपके लिए प्रिय राजेश जी जो कुछ दिनों पहले  ही मैंने सुना ...... :-)) सांस जब…"

seema agrawal replied Mar 23, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 33 (Now Closed with 624 Replies)

624 Mar 26, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"नज़रें मिला के मारा, आँखें चढ़ा के मारा  साथी मिली भंगेड़ी पीकर-पिला के मारा...ओहोहोहो…"

seema agrawal replied Mar 23, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 33 (Now Closed with 624 Replies)

624 Mar 26, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"बहुत बहुत कसी हुयी ग़ज़ल राजेश जी सभी शेर बहुत ज़बरदस्त  शब्दों का आज उसने खंजर बना के…"

seema agrawal replied Mar 23, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 33 (Now Closed with 624 Replies)

624 Mar 26, 2013
Reply by Saurabh Pandey

"ग़र तू मिले, बताऊं, कैसे रूला के मारा इस जिंदगी ने देखो कैसे ज़िला के मारा.....शिकायती…"

seema agrawal replied Mar 23, 2013 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" - अंक 33 (Now Closed with 624 Replies)

624 Mar 26, 2013
Reply by Saurabh Pandey

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. लक्ष्मण जी "
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. सौरभ सर,यह ग़ज़ल तरही ग़ज़ल के साथ ही हो गयी थी लेकिन एक ही रचना भेजने के नियम के चलते यहाँ…"
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"आ. भाई नीलेश जी, सादर अभिवादन। यह गजल भी बहुत सुंदर हुई है। हार्दिक बधाई।"
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"आदरणीय नीलेश भाई,  आपकी इस प्रस्तुति के भी शेर अत्यंत प्रभावी बन पड़े हैं. हार्दिक बधाइयाँ…"
yesterday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"साथियों से मिले सुझावों के मद्दे-नज़र ग़ज़ल में परिवर्तन किया है। कृपया देखिएगा।  बड़े अनोखे…"
yesterday
Nilesh Shevgaonkar commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"धन्यवाद आ. अजय जी ...जिस्म और रूह के सम्बन्ध में रूह को किसलिए तैयार किया जाता है यह ज़रा सा फ़लसफ़ा…"
yesterday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on Nilesh Shevgaonkar's blog post ग़ज़ल नूर की - ज़िन्दगी की रह-गुज़र दुश्वार भी करते रहे
"मुशायरे की ही भाँति अच्छी ग़ज़ल हुई है भाई नीलेश जी। मतला बहुत अच्छा लगा। अन्य शेर भी शानदार हुए…"
Wednesday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर''s blog post उस मुसाफिर के पाँव मत बाँधो - लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर'
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, आपकी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद और बधाइयाँ.  वैसे, कुछ मिसरों को लेकर…"
Wednesday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"हार्दिक आभार आदरणीय रवि शुक्ला जी। आपकी और नीलेश जी की बातों का संज्ञान लेकर ग़ज़ल में सुधार का…"
Wednesday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (अलग-अलग अब छत्ते हैं)
"ग़ज़ल पर आने और अपनी प्रतिक्रिया देने के लिए आभार भाई नीलेश जी"
Wednesday
अजय गुप्ता 'अजेय commented on अजय गुप्ता 'अजेय's blog post ग़ज़ल (हर रोज़ नया चेहरा अपने, चेहरे पे बशर चिपकाता है)
"अपने प्रेरक शब्दों से उत्साहवर्धन करने के लिए आभार आदरणीय सौरभ जी। आप ने न केवल समालोचनात्मक…"
Wednesday
Jaihind Raipuri is now a member of Open Books Online
Tuesday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service