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"//छोडो न साथ जो पकड़ो हाथ एक बार  दोस्ती सदा निभाना ख़ुशी में , अजाब में |// क्या बा…"

Nazeel replied Jan 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १९

627 Jan 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

" बहुत सुंदर रचना आदरनीय डॉक्टर साहब  हार्दिक बधाई स्वीकारे ...:)"

Nazeel replied Jan 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १९

627 Jan 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"//मद्धम सी रौशनी हुई, मायूस रात है, कैसा ये दाग अबके लगा, माहताब में.//  बहुत बढ़िया…"

Nazeel replied Jan 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १९

627 Jan 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"बहुत सुंदर ग़ज़ल आदरनीय आलोक जी  हार्दिक बधाई स्वीकारे ...:)"

Nazeel replied Jan 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १९

627 Jan 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

"अल्लाह जो लिखे किस्मत की किताब में |कोई  कमी  न  रहे  कभी  उस  हिसाब में ||माना कि ब…"

Nazeel replied Jan 28, 2012 to "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक - १९

627 Jan 30, 2012
Reply by अरुण कुमार निगम

प्रधान संपादक

"बहुत बढ़िया रचना  रवि कुमार गिरी (गुरु जी ) जी हार्दिक बधाई स्वीकार करे "

Nazeel replied Jan 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १५ (Now Closed with 669 Replies)

660 Jan 11, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

प्रधान संपादक

"बहुत बढ़िया  राही जी हार्दिक बधाई स्वीकार करे ....:)"

Nazeel replied Jan 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १५ (Now Closed with 669 Replies)

660 Jan 11, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

प्रधान संपादक

"जिंदगी  के  बाग  में  बेचैनियाँ  बड़ी, जो  जगा  दे  चैन  वो  साथी  तलाशते।  ये पंक्त…"

Nazeel replied Jan 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १५ (Now Closed with 669 Replies)

660 Jan 11, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

प्रधान संपादक

"भाई अम्बरीश जी  सुंदर  ग़ज़ल  के लिए दिली दाद क़ुबूल करें ......:)"

Nazeel replied Jan 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १५ (Now Closed with 669 Replies)

660 Jan 11, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

प्रधान संपादक

"आदरणीया वंदना जी सुंदर रचना के लिए बधाई क़ुबूल करें"

Nazeel replied Jan 10, 2012 to "OBO लाइव महा उत्सव" अंक १५ (Now Closed with 669 Replies)

660 Jan 11, 2012
Reply by Er. Ambarish Srivastava

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