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गुफ़्तगू पब्लिकेशन इलाहाबाद द्वारा इम्तियाज़ अहमद गाज़ी के संपादन में ग़ज़ल संग्रह "मुल्के ग़ज़ल" प्रकाशित किया जा रहा है जिसके प्रत्येक भाग में १५० शायरों की ६-६ ग़ज़ल, साहित्यिक परिचय और फोटो प्रकाशित किया जायेगा
पुस्तक का पहला भाग प्रेस में है और दूसरे भाग की तैयारी शुरू हो गई है
ओ.बी.ओ. परिवार से दूसरे भाग में प्रकाशनार्थ ग़ज़लें आमंत्रित हैं


{पुस्तक का मूल्य २५० रुपये है परन्तु ओ बी ओ सदस्यों को मात्र २०० रुपये में प्राप्त होगी, पुस्तक रजिस्ट्री द्वारा भेजी जायेगी और डाक खर्च भी प्रकाशक द्वारा वहन किया जायेगा, यह लाभ प्राप्त करने के लिए पत्र में ओ.बी.ओ. सदस्यता का जिक्र अवश्य करें }
भाग २ में प्रकाशनार्थ ग़ज़लें जल्द से जल्द भेज दें
----------------------------------------------------------------------------------

आपको भेजना है =

ग़ज़लें = अपनी १० प्रतिनिधि ग़ज़लें जो कि अरूजनुसार बाबह्र हों, दोषमुक्त हों, कम्प्युटर द्वारा टाईप की गई हों अथवा साफ़ सुथरी हस्तलिपि में हो

परिचय = नाम, उपनाम (यदि हो), जन्मतिथि, शिक्षा, सम्प्रति, रचना विधा, प्रकाशित पुस्तकें, पुरूस्कार/ सम्मान, निवास, मोबाईल, ईमेल, ब्लॉग/ वेवसाईट आदि 

फोटो  = २ नई पासपोर्ट साईज रंगीन फोटो 

आपका नाम पता लिखा हुआ एक पोस्टकार्ड और एक लंबा लिफाफा जिसमें ५ रूपये का टिकट लगा हो
----------------------------------------------------------------------------------

भेजने  का पता -
गुफ्तगू प्रकाशन
इम्तियाज अहमद गाजी
१२३/१  हरवारा धूमनगंज इलाहाबाद - २११०११
मो - 9889316790

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सदस्यों हेतु एक स्वर्णिम अवसर !! इसे प्रदान करने के लिए गुफ्तगू परिवार विशेष कर वीनस जी को हार्दिक आभार है !! 

अरुण  जी हार्दिक धन्यवाद धन्यवाद

आदरणीय वीनस सर जी प्रणाम!
कुछ शंका है-
1-मुल्के गज़ल का मतलब क्या है?क्या गज़ल मुल्क मतलब देश पर ही आधारित होनी चाहिए।
2-गजल डाक के द्वारा ही भेजी जायेगी?
सादर।

विन्ध्येश्वरी प्रसाद त्रिपाठी भाई,

१ - "मुल्के ग़ज़ल" संग्रह का नाम है इसमें प्रकाशनार्थ किसी भी विचार और संवेदना की अपनी श्रेष्ठ प्रतिनिधि ग़ज़लें भेज सकते हैं
२ - ग़ज़लें डाक से भेजनी है

भाई वीनस जी ! अपने ओ बी ओ परिवार को इस प्रकार से मान देते हुए यह बेहतरीन अवसर प्रदान करने के लिए  गुफ्तगू-प्रकाशन परिवार के साथ-साथ आपका भी हार्दिक आभार ! जय ओ बी ओ!

स्वागत है मित्रवर

जल्दी से भेजिए

अवश्य मित्रवर! जय हो जय हो !

yeh to ek bahut achcha avsar hai soochna dene ke liye veenas ji bahut bahut haardik aabhar.

इस जानकारी के लिए आभार वीनस जी

अभी सिर्फ रचना ही भेजनी है न ? पुस्तक की राशि ??

अभी केवल रचना ही भेजनी है, पुस्तक छपने के बाद प्रकाशक द्वारा सूचना दी जाएगी, उसके पश्चात् केवल पुस्तक खरीदने के इक्छुक सदस्य ही पैसा भेज कर पुस्तक मंगाएं |

शुक्रिया श्री बागी जी जानकारी हेतु !!

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"आदरणीय अखिलेश भाईजी, आपने इस प्रस्तुति को वास्तव में आवश्यक समय दिया है. हार्दिक बधाइयाँ स्वीकार…"
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सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey replied to Admin's discussion 'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 170 in the group चित्र से काव्य तक
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