दूर करे अभाव (काम रूप छंद 9-7-10 पर यति)
निर्भय रहे सब, वोट देकर, करे सही चुनाव |
सही चुनाव से, देश में हो, दूर करे अभाव ||
अच्छे को चुने, करे न लोभ, हो तभी कुछ काम
ऐसा क्यों चुने, चुनकर वही, वसूले सब दाम ||
जानती जनता, करे वादे, वह भी नहीं याद |
मांगती जनता, हाथ मलता, चुनावों के बाद ||
प्रीत हो जन की,रीत सब की,हो नहीं अपमान
सुन्दर छवि देख, जात न रेख, देश का हो मान ||
जागरूक बने, कर्तव्य है, अधिकार भी जान
चिन्ह चुनाव में, ठीक देखकर, हो सही मतदान |
कौन जान सके, किसको दिया, ये है गुप्त दान |
चूक करने पर, दोषी भाव, दे सभी को ज्ञान ||
(मौलिक व अप्रकाशित)
Comment
आदरणीय लक्ष्मण भाई , सुन्दर सामयिक सन्देश देती आपकी रचना के लिये आपको बधाइयाँ !!
बहुत सुन्दर रचना....इसके माध्यम से आपने सभीको अच्छा संदेश दिये है. हार्दिक बधाई.
आदरणीय लक्ष्मण भाई
चुनावी माहौल में सुंदर छंद से मतदाता को अच्छी सलाह दी। हार्दिक बधाई
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