For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

आज दिनांक १६ सितम्बर २०१३ के ''दैनिक जागरण'' साहित्यिक पुनर्नवा में मेरी कविता ''बर्फ'' -

Views: 369

Comment

You need to be a member of Open Books Online to add comments!

Join Open Books Online

Comment by Abhinav Arun on September 19, 2013 at 4:16am

आ. महिमा जी आभार आपने उत्साह बढ़ायाकविता को मान दिया !!

Comment by MAHIMA SHREE on September 18, 2013 at 10:59pm

बहुत ही खुबसूरत बधाई आदरणीय ...

Comment by Abhinav Arun on September 17, 2013 at 7:45pm

बहुत शुक्रिया आदरणीय श्री अखिलेश जी . आभारी हूँ उत्साहवर्धक टिप्पणी हेतु

1

Comment by अखिलेश कृष्ण श्रीवास्तव on September 17, 2013 at 7:04pm

24 शब्द 24 कैरेट के बराबर है , हार्दिक बधाई अभिनव अरुण जी।

कई कई तहों के बीच........ तुम मुझ में पिघल जाना, मैं तुझ में बिखर जाऊं ।  ..... सादर ।

Comment by Abhinav Arun on September 17, 2013 at 5:59am

आभार आ. गीतिका जी आप सी संवेदनशील रचनाकार का अनुमोदन हर्षित करने वाला है !

Comment by वेदिका on September 16, 2013 at 9:02pm

आहा! बहुत खूब अभिव्यक्ति ...सम्पूर्ण! 

Comment by Abhinav Arun on September 16, 2013 at 2:53pm
आ. श्री गिरिराज जी आभार बहुत बहुत स्नेह मिलता रहे यही कामना है
Comment by Abhinav Arun on September 16, 2013 at 2:52pm
आदरणीया राजेश जी आपका हार्दिक आभार रचना की सराहना के लिए शुक्रिया
Comment by Abhinav Arun on September 16, 2013 at 2:52pm
आपके स्नेह सानिध्य का प्रतिफल है अग्रज श्री सादर प्रणाम ... अरसे पहले भेजी थी ये कविता ऐसी कवितायेँ तो नेट पर ही लिखकर भूल जाता हूँ घर में सिर्फ ग़ज़लों का रिकार्ड है :-) . मेकिंग जारी है और मेरे मेंटर आप ही हैं ..अनुज अरुण का प्रणाम सादर !

सदस्य कार्यकारिणी
Comment by गिरिराज भंडारी on September 16, 2013 at 10:01am

सुन्दर कविता के लिये बधाई , आ0 अरुण जी !!

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

धर्मेन्द्र कुमार सिंह posted a blog post

शोक-संदेश (कविता)

अथाह दुःख और गहरी वेदना के साथ आप सबको यह सूचित करना पड़ रहा है कि आज हमारे बीच वह नहीं रहे जिन्हें…See More
4 hours ago
धर्मेन्द्र कुमार सिंह commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"बेहद मुश्किल काफ़िये को कितनी खूबसूरती से निभा गए आदरणीय, बधाई स्वीकारें सब की माँ को जो मैंने माँ…"
4 hours ago
धर्मेन्द्र कुमार सिंह commented on धर्मेन्द्र कुमार सिंह's blog post जो कहता है मज़ा है मुफ़्लिसी में (ग़ज़ल)
"बहुत बहुत शुक्रिया आदरणीय  लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' जी"
4 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आदरणीय लक्ष्मण भाई , ग़ज़ल पर उपस्थित हो उत्साह वर्धन करने के लिए आपका हार्दिक आभार "
yesterday
लक्ष्मण धामी 'मुसाफिर' commented on गिरिराज भंडारी's blog post ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी
"आ. भाई गिरिराज जी, सादर अभिवादन। उत्तम गजल हुई है। हार्दिक बधाई। कोई लौटा ले उसे समझा-बुझा…"
yesterday

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी posted a blog post

ग़ज़ल - ( औपचारिकता न खा जाये सरलता ) गिरिराज भंडारी

२१२२       २१२२        २१२२   औपचारिकता न खा जाये सरलता********************************ये अँधेरा,…See More
yesterday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on सुरेश कुमार 'कल्याण''s blog post छन्न पकैया (सार छंद)
"आयोजनों में सम्मिलित न होना और फिर आयोजन की शर्तों के अनुरूप रचनाकर्म कर इसी पटल पर प्रस्तुत किया…"
yesterday
Sushil Sarna commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय सौरभ पाण्डेय जी सृजन पर आपकी विस्तृत समीक्षा का तहे दिल से शुक्रिया । आपके हर बिन्दु से मैं…"
Tuesday
Admin posted discussions
Monday
Admin added a discussion to the group चित्र से काव्य तक
Thumbnail

'ओबीओ चित्र से काव्य तक' छंदोत्सव अंक 171

आदरणीय काव्य-रसिको !सादर अभिवादन !!  ’चित्र से काव्य तक’ छन्दोत्सव का यह एक सौ…See More
Monday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Sushil Sarna's blog post दोहा सप्तक. . . नजर
"आदरणीय सुशील सरनाजी, आपके नजर परक दोहे पठनीय हैं. आपने दृष्टि (नजर) को आधार बना कर अच्छे दोहे…"
Monday

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey commented on Saurabh Pandey's blog post कापुरुष है, जता रही गाली// सौरभ
"प्रस्तुति के अनुमोदन और उत्साहवर्द्धन के लिए आपका आभार, आदरणीय गिरिराज भाईजी. "
Monday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service