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Dear Admin:

I respect OBO's rules regarding the poems/articles to be previously unpublished, and there is a good reason for it. However, with this we, the readers, can be missing out on enjoying some good "reading" as well.

 

Would OBO consider having a separate group or section for including the poems/articles published elsewhere?

 

Regards, and thanks for your consideration.

 

Vijay Nikore

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आदरणीय विजय जी की बात से सहमत हूं। आखिर पुनः प्रकाशन से परहेज क्यों? यदि किसी की रचना फिर से प्रकाशित करने के योग्य है तो उसे फिर से प्रकाशित करने की अनुमति प्रदान की जानी चाहिए। अलग खण्ड इसके लिए बनाया जाए तो अच्छा ही रहेगा।

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"हार्दिक आभार आदरणीया "
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"मार्गदर्शन के लिए हार्दिक आभार आदरणीय "
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