For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

"ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक-1 का परिणाम

साथियो !

दिनांक 24जनवरी 13 से 26 जनवरी के मध्य आयोजित त्रैमासिक  "ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक-1 का परिणाम प्रस्तुत है. ओबीओ प्रबंधन और कार्यकारिणी सदस्यों की रचनाओं को "प्रतियोगिता से अलग" रखी गई है. उक्त आयोजन में प्रतियोगिता हेतु सम्मिलित रचनाओं में से श्रेष्ठतम तीन रचनाओं का चयन त्रि-सदस्ययी निर्णायक मंडल द्वारा निम्नलिखित विन्दुओं की कसौटी पर हुआ है --

1. प्रतियोगिता हेतु दिये गये शीर्षक के परिप्रेक्ष्य में अथवा दिये गये शीर्षक के अनुसार रचना की प्रासंगिकता
2. रचना में प्रयुक्त शिल्प का निर्वहन और रचना की विधा
3. रचना के कथ्य में वैचारिकता का निर्वहन
4. उक्त रचना में शब्द, शब्द-शुद्धि, शब्द-प्रवाह और शब्द-विन्यास

चौथे विन्दु में आये शब्द-शुद्धि का अर्थ उस शब्द की अक्षरी या हिज्जे दोष मात्र से न हो कर प्रयुक्त शब्द की डिग्री से भी है. जैसे-  देह, शरीर, तन वस्तुतः मानव रूपी जीव की काया के ही पर्याय हैं. किन्तु तीनों शब्दों की डिग्री अलग-अलग होती है. जो कुछ तन से निरुपित है, वह देह से भिन्न है. और, शरीर तो एकदम से अलग है, जो जन्म के कारणों का धारक माना जाता है. वैसे इसतरह से हर शब्द के लिए मानक रखना अपार ज्ञान की अपेक्षा करता है, लेकिन इतना अवश्य है कि रचनाओं में शब्दों के चयन, शब्दों की प्रासंगिकता और उनके शुद्ध रूप के प्रति रचनाकार अवश्य सजग रहें.

उपरोक्त विन्दुओं की कसौटियों पर "ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक-1 में सम्मिलित प्रतियोगिता हेतु प्रविष्टियों में से निम्नलिखित को क्रमशः प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्रदान किया जाता है -

प्रथम स्थान 

1001/- पुरस्कार राशि व प्रमाण पत्र 

श्री विशाल चर्चित

गीत

जबसे बाबू अपना देशवा के जुगाड़ छा गइल
तबसे अमरीका के अँखिया में अन्हार छा गइल...

डॉक्टर - इंजीनियर इहां से पहुँचतारे कुल
दुनिया भर में भारतीय नाव करतारे कुल,
जबसे अच्छा अउर सस्ता के बहार आ गइल
तबसे बड़का-बड़का देश के बोखार आ गइल...

जनता क संख्या बरदान साबित होत बा
अपना देश एक बड़ बजार साबित होत बा,
जबसे हमनी के ठीक से ब्यवपार आ गइल
तबसे बहुते अपना छवी में सुधार आ गइल....

पहिले अमरीका दादागीरी देखावल करे
जबे देखा तबे आपन चाबुक चलावल करे,
जबसे पाक के समझ में कुव्यवहार आ गइल
तबसे ओकरा अपना भारत प प्यार आ गइल....


द्वितीय स्थान

551/- पुरस्कार राशि व प्रमाण पत्र 

श्रीमती मन्जरी पाण्डेय

आपन देस ( गीत )
सोनवा से सुगहर बाटे इ आपन देस हो
रुपवा अस चम् चम् चमके इ आपन देस हो।

1 मटिया उगीले सोना हथवा लगाई ल
कनक अस बलिया फरके छोड़ा परदेस हो
सोनवा .......

2 खेती किसानी हवे देसवा क सान हो
सहरी बघार छोड़ बदला अब भेस हो
सोनवा .......

3 बेद पुरान एइजा बाँचल रटल जाला
भइलें महान जिन्ही लिह्ले ह लेस हो
सोनवा ........

4 सोलह संसकार रोजे बीनल बोवल जाला
सहरी किरिनिया से जनि डार मेस हो।
सोनवा ..............

5 सागर चरन चूमे मथवा परबत हो
बारी बारी कुलही मौसम के देस हो।
सोनवा .......

6 जोग अ मन्तर के बड़ा गन्तन्तर
जग में मिसाल नाही परब के देस हो।
सोनवा ......

7 तुलसी दल भोग पाई हरखें भगवान हो
हर हर महादेव गूंजत जयदेस हो।
सोनवा .....

तृतीय स्थान

501/- पुरस्कार राशि व प्रमाण पत्र 

श्री बृजभूषण चौबे

जेकर सौर्य अउरी सक्ती सब्दन में ना समाई ।
कुछ बात बाटे अइसन आपन देस के ए भाई ।।

सिंगार जेकर जीवन साहस हवे जवानी ,
इतिहास में लिखल बा हर बात के कहानी ,
एकर गोड़ धोवे सिन्धू पहरा देबे हिमालय ,
जहां हर आदमी पुजारी हर घर बनल देवालय ,

हर खेत,नदी ,नाहर एह धरा के सुघराई ।
कुछ बात बाटे अइसन आपन देस के ए भाई ।।

आंगन में झांक देखs हर घर में खेले सीता 
जब गोड़ डगमगाला उपदेस देले गीता ,
श्रीराम जइसन राजा हनुमान जइसन भक्ती ,
इहां कर्ण जइसन दानी बा भीम जइसन सक्ती ,

रचे प्रेम परिभासा राधा संगे कन्हाई ।
कुछ बात बाटे अइसन आपन देस के ए भाई ।।

आपन गोद में खेलावे आपन देस के इ माटी ,
एह माई से बढ़ी के जग में ना केहू आटी ,
जब आंच आवे इनपर त डट के होजा तीना (खड़ा)
ल लोहा जम के एतना की दुस्मन छोड़े पसीना ,

ह देस आपन भारत हइ भारती जी माई ,
कुछ बात बाटे अइसन आपन देस के ए भाई ।

इस प्रतियोगिता में प्रस्तुत सभी रचनाओं को नीचे दिए गए लिंक से देखी जा सकती है ... 

"ओ बी ओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता" अंक १ में आइल सभ रचना एके जगह 

पुरस्कार के प्रायोजक

(1) Ghrix Technologies (Pvt) Limited, Mohali
A leading software development Company

(2) गोल्डेन बैंड इंटरटेनमेंट (G-Band) 
(A leading music company) 
H.O.F-315, Mahipal Pur-Ext. New Delhi.

तीनों प्रतिभागियों को ओबीओ मंच की ओर से हार्दिक बधाइयाँ और शुभकामनाएँ...

विजेताओं से अनुरोध है कि अपने पत्राचार का पता, चेक / ड्राफ्ट हेतु अपने नाम के साथ ईमेल admin@openbooksonline.com पर भेज दें. ध्यान रहे ई-मेल उसी आईडी से प्राप्त होना चाहिए, जिस ई-मेल आईडी का प्रयोग ओबीओ सदस्यता हेतु किया गया है.

नोट : यह पोस्ट भोजपुरी में न हो कर हिंदी में है, ताकि गैर भोजपुरी भाषी सदस्य भी इस प्रतियोगिता के परिणामों से अवगत हो सकें ।

एडमिन 

ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार 

Views: 1760

Replies to This Discussion

ओबीओ भोजपुरी काव्य परतियोगिता -अंक १ में अपनी रचना के लिए प्रथम पुरूस्कार प्राप्त करने पर श्री विशाल चर्चित जी को, द्वितीय पुरूस्कार प्राप्ति पर श्रीमति मंजरी पाण्डेय जी को, व, तृतीय पुरूस्कार के लिए श्री बृज भूषन चौबे जी को बहुत बहुत बधाई..

निर्णायक मंडल को बिन्दुवत मापदंडों के आधार पर सर्वथा उचित निर्णय देने के लिए बहुत बहुत बधाई.

भोजपुरी पुरस्कारों की प्रथम घोषणा के अंतर्गत श्री विशाल चर्चित जी को प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई 
श्रीमति मंजरी पाण्डेय को द्वितीय स्थान के लिए और ब्रज भूषण जी चोबे को तृतीय पुरस्कार प्राप्त करने के लिए बहुत 
बहुत बधाई - लक्ष्मण प्रसाद लडिवाला, जयपुर 
सर्व प्रथम तो मैं निर्णायक गण को हार्दिक बधाई देती हूँ जिन्होंने रचनाओं का सही मापदंडों के आधार पर सही चयन किया है उसके बाद विशाल चर्चित जी को ,मंजरी पाण्डेय जी को और ब्रज भूषण चौबे जी को हार्दिक बधाई देती हूँ उनकी रचनाओं ने हमको भी मन्त्र मुग्ध किया है ।

ओबीओ भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता-१  में अपनी रचना हेतु प्रथम पुरस्कार प्राप्त करने वाले श्री विशाल भाई को, द्वितीय पुरस्कार के लिए आदरणीय मंजरी जी को एवं तृतीय पुरस्कार के लिए आदरणीय ब्रजभूषण चौबे जी को हार्दिक बधाइयाँ, आप सब यूँ ही नित्योत्कर्ष को प्राप्त करें ! निर्णायक मंडल को भी तय मानकों के आधार पर उचित निर्णय देने के लिए बधाई !

इन सबके अंत में सम्पूर्ण ओबीओ को बहुत बहुत बधाई व धन्यवाद कि आपने 'भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता' की शुरुआत की और उसका सफल निर्वहन किया ! पुनः धन्यवाद !

सद्यः समाप्त भोजपुरी काव्य प्रतियोगिता में श्रेष्ठतम तीन प्रतिभागियों के रूप में चयनित श्री विशाल चर्चित, श्रीमती मंजरी पाण्डेय एवं श्री बृजभूषण चौबे को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ. विश्वास है, आपकी प्रतिभागिता व प्रस्तुतियों से यह मंच आगे भी लाभान्वित होता रहेगा.

इस उपलब्धि के लिये  सभी गुरुजनों एवं अग्रजों को प्रणाम..........समस्त निर्णायक मंडल के सदस्यों एवं मित्रों का हृदय से आभार......कृतज्ञ हूं इस ओबीओ मंच का जो सदा ही प्रेरित करता है कुछ विशेष लिखने के लिये......!!!!

भोजपुरी  प्रतियोगिता भाग -1  निर्णायक मंडल के  पारखी  सुधी  सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार साथ ही उत्साह-वर्धन  हेतु आदरणीया डॉक्टर प्राची जी ,राजेश कुमारी जी ,श्रद्धेय लक्ष्मन प्रसाद जी, सौरभ पाण्डेय जी,बागी जी ,सलिल जी अरुण जी तथा सुमन

से जुड़े तमाम साथियों को धन्यवाद।

ओ  बी ओ मंच को प्रणाम करती हूँ .आदरणीय योगराज प्रभाकर जी,पीयूष  द्विवेदी जी के प्रति भी सादर आभार।

एतना बड़ स्तर पर आदर -स्नेह पाके मन गदगद बा । हम धन्यवाद देम एडमिन ,आयोजन समिती अउर निर्णायक मण्डल के जे रचना के लायक समझी उत्साह बढवले । साथे -साथे आभारी बानी आदरणीया डॉक्टर प्राची जी ,राजेश कुमारी जी ,श्लक्ष्मन प्रसाद जी, सौरभ सर ,पियुष द्विवेदी 'भारत जी , अउर obo परिवार के अन्य स्दस्य लोग के जे आपन किमती समय से हमेसा obo और साहित्य के ऊपर ले जाए में योगदान देता । विशाल चर्चित , mrs manjari pandey जी के पहिला अउर  दुसरा सम्मान  पावे खातिर सादर  बधाई ,धन्यवाद obo .

सभी विजेताओं को बहुत-बहुत बधाई.

सभी विजेताओं को हार्दिक बधाई.

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Activity

रामबली गुप्ता commented on Saurabh Pandey's blog post दीप को मौन बलना है हर हाल में // --सौरभ
"आहा क्या कहने। बहुत ही सुंदर ग़ज़ल हुई है आदरणीय। हार्दिक बधाई स्वीकारें।"
yesterday
Samar kabeer commented on Saurabh Pandey's blog post दीप को मौन बलना है हर हाल में // --सौरभ
"जनाब सौरभ पाण्डेय जी आदाब, बहुत समय बाद आपकी ग़ज़ल ओबीओ पर पढ़ने को मिली, बहुत च्छी ग़ज़ल कही आपने, इस…"
Saturday
धर्मेन्द्र कुमार सिंह posted a blog post

किसी के दिल में रहा पर किसी के घर में रहा (ग़ज़ल)

बह्र: 1212 1122 1212 22किसी के दिल में रहा पर किसी के घर में रहातमाम उम्र मैं तन्हा इसी सफ़र में…See More
Friday
सालिक गणवीर posted a blog post

ग़ज़ल ..और कितना बता दे टालूँ मैं...

२१२२-१२१२-२२/११२ और कितना बता दे टालूँ मैं क्यों न तुमको गले लगा लूँ मैं (१)छोड़ते ही नहीं ये ग़म…See More
Friday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-115
"चल मुसाफ़िर तोहफ़ों की ओर (लघुकथा) : इंसानों की आधुनिक दुनिया से डरी हुई प्रकृति की दुनिया के शासक…"
Thursday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-115
"सादर नमस्कार। विषयांतर्गत बहुत बढ़िया सकारात्मक विचारोत्तेजक और प्रेरक रचना हेतु हार्दिक बधाई…"
Thursday
Sheikh Shahzad Usmani replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-115
"आदाब। बेहतरीन सकारात्मक संदेश वाहक लघु लघुकथा से आयोजन का शुभारंभ करने हेतु हार्दिक बधाई आदरणीय मनन…"
Thursday
TEJ VEER SINGH replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-115
"रोशनी की दस्तक - लघुकथा - "अम्मा, देखो दरवाजे पर कोई नेताजी आपको आवाज लगा रहे…"
Thursday
Manan Kumar singh replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-115
"अंतिम दीया रात गए अँधेरे ने टिमटिमाते दीये से कहा,'अब तो मान जा।आ मेरे आगोश…"
Thursday
Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-115
"स्वागतम"
Oct 30

सदस्य टीम प्रबंधन
Saurabh Pandey posted a blog post

दीप को मौन बलना है हर हाल में // --सौरभ

212 212 212 212  इस तमस में सँभलना है हर हाल में  दीप के भाव जलना है हर हाल में   हर अँधेरा निपट…See More
Oct 29
अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-172
"//आदरणीय अमीरुद्दीन 'अमीर' बाग़पतवी जी, जितना ज़ोर आप इस बेकार की बहस और कुतर्क करने…"
Oct 26

© 2024   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service