For any Query/Feedback/Suggestion related to OBO, please contact:- admin@openbooksonline.com & contact2obo@gmail.com, you may also call on 09872568228(योगराज प्रभाकर)/09431288405(गणेश जी "बागी")

Meena Pathak's Discussions (281)

Discussions Replied To (7) Replies Latest Activity

मुख्य प्रबंधक

"एगो बाति कहीं आ० गनेश जी .. इ नईहर के लोग बुचिया के बिगाडेला लोग, साच्चों.... बाकी ब…"

Meena Pathak replied Dec 20, 2013 to भोजपुरी लघुकथा : मन्थरा (गणेश जी बागी)

13 Mar 12, 2014
Reply by Er. Ganesh Jee "Bagi"

"हम ना लड़ब अयोग बानी , पार्टी त हमर बतिया मानी , तब टिकट मिलजाइ बहुआ के , जित त आपन प…"

Meena Pathak replied Nov 8, 2013 to अब का होई नेता जी

3 May 30, 2014
Reply by PRAMOD SRIVASTAVA

"बाह !! बहुते सुन्दर पस्तुति ...बधाई रउआ  के | सादर "

Meena Pathak replied Nov 8, 2013 to सुन शहरी बाबू जा देख गाँव के नज़ारा |

2 Nov 8, 2013
Reply by Meena Pathak

सदस्य टीम प्रबंधन

"दर-दर भटकसु रामजी, रावन बड़हन पेट चहुँप अजोध्या जानकी, भइली मटियामेट तुलसी देई पूरि द…"

Meena Pathak replied Nov 8, 2013 to दशहरा : भोजपुरी दोहे // -- सौरभ

19 Feb 2, 2014
Reply by Dr. Anil Mishra

मुख्य प्रबंधक

"एक दुइ तीन.. अरे ..., चिचियाता छोटुआ जे,भागऽ स रे सरवा ई, गिनिती सिखावता ॥हा हा हा ह…"

Meena Pathak replied Nov 8, 2013 to भोजपुरी हास्य घनाक्षरी

6 Nov 8, 2013
Reply by Meena Pathak

मुख्य प्रबंधक

"भूल गईल गाँव, बिसर गईल बोली,देवाली, दसहरा, छठ अउरी होली,बबुआ दारु संगे बइठकी लगवले ब…"

Meena Pathak replied Nov 8, 2013 to भोजपुरी गीत : शाबास बबुआ

16 Sep 22, 2015
Reply by indravidyavachaspatitiwari

"बहुते नीक ... जियरा जुड़ा गईल पढ़ि के ढेर के बधाई रउआ के"

Meena Pathak replied Sep 7, 2013 to सावनी गीत

5 Oct 18, 2013
Reply by रामनाथ 'शोधार्थी'

RSS

कृपया ध्यान दे...

आवश्यक सूचना:-

1-सभी सदस्यों से अनुरोध है कि कृपया मौलिक व अप्रकाशित रचना ही पोस्ट करें,पूर्व प्रकाशित रचनाओं का अनुमोदन नही किया जायेगा, रचना के अंत में "मौलिक व अप्रकाशित" लिखना अनिवार्य है । अधिक जानकारी हेतु नियम देखे

2-ओपन बुक्स ऑनलाइन परिवार यदि आपको अच्छा लगा तो अपने मित्रो और शुभचिंतको को इस परिवार से जोड़ने हेतु यहाँ क्लिक कर आमंत्रण भेजे |

3-यदि आप अपने ओ बी ओ पर विडियो, फोटो या चैट सुविधा का लाभ नहीं ले पा रहे हो तो आप अपने सिस्टम पर फ्लैश प्लयेर यहाँ क्लिक कर डाउनलोड करे और फिर रन करा दे |

4-OBO नि:शुल्क विज्ञापन योजना (अधिक जानकारी हेतु क्लिक करे)

5-"सुझाव एवं शिकायत" दर्ज करने हेतु यहाँ क्लिक करे |

6-Download OBO Android App Here

हिन्दी टाइप

New  देवनागरी (हिंदी) टाइप करने हेतु दो साधन...

साधन - 1

साधन - 2

Latest Blogs

Latest Activity

Admin replied to Admin's discussion "ओबीओ लाइव लघुकथा गोष्ठी" अंक-124 (प्रतिशोध)
"स्वागतम"
28 minutes ago
सुरेश कुमार 'कल्याण' posted a blog post

अस्थिपिंजर (लघुकविता)

लूटकर लोथड़े माँस के पीकर बूॅंद - बूॅंद रक्त डकारकर कतरा - कतरा मज्जाजब जानवर मना रहे होंगे…See More
8 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय सौरभ भाई , ग़ज़ल की सराहना के लिए आपका हार्दिक आभार , आपके पुनः आगमन की प्रतीक्षा में हूँ "
14 hours ago

सदस्य कार्यकारिणी
गिरिराज भंडारी commented on गिरिराज भंडारी's blog post तरही ग़ज़ल - गिरिराज भंडारी
"आदरणीय लक्ष्मण भाई ग़ज़ल की सराहना  के लिए आपका हार्दिक आभार "
14 hours ago
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Sunday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"धन्यवाद आदरणीय "
Sunday
Jaihind Raipuri replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय कपूर साहब नमस्कार आपका शुक्रगुज़ार हूँ आपने वक़्त दिया यथा शीघ्र आवश्यक सुधार करता हूँ…"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय आज़ी तमाम जी, बहुत सुन्दर ग़ज़ल है आपकी। इतनी सुंदर ग़ज़ल के लिए हार्दिक बधाई स्वीकार करें।"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​ग़ज़ल का प्रयास बहुत अच्छा है। कुछ शेर अच्छे लगे। बधई स्वीकार करें।"
Sunday
Aazi Tamaam replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"सहृदय शुक्रिया ज़र्रा नवाज़ी का आदरणीय धामी सर"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय लक्ष्मण धामी जी, ​आपकी टिप्पणी एवं प्रोत्साहन के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।"
Sunday
Dayaram Methani replied to Admin's discussion "ओ बी ओ लाइव तरही मुशायरा" अंक-181
"आदरणीय आज़ी तमाम जी, प्रोत्साहन के लिए हार्दिक आभार।"
Sunday

© 2025   Created by Admin.   Powered by

Badges  |  Report an Issue  |  Terms of Service